DAC ने ₹54,000 करोड़ की खरीद को मंजूरी दी, जिससे भारत डायनामिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और HAL जैसे शेयर फोकस में रह सकते हैं। इन्वेस्टर्स सतर्क रहें!
Stock Market Today: इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। बीते गुरुवार को निफ्टी 50 और सेंसेक्स दोनों ही इंडेक्स में तेज़ी देखने को मिली। अब इन्वेस्टर्स की नज़र हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, शुक्रवार पर रहेगी।
शुक्रवार को डिफेंस स्टॉक्स पर नज़र क्यों?
गुरुवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) द्वारा ₹54,000 करोड़ के डिफेंस इक्विपमेंट की खरीद को मंजूरी दी गई। इस फैसले के बाद भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना की क्षमता को और अधिक मजबूत किया जाएगा।
भारतीय सेना के लिए बड़ा फैसला
- T-90 टैंकों के लिए 1350 हॉर्सपावर वाले इंजन की खरीद को मंजूरी दी गई है।
- वर्तमान में भारतीय सेना 1000 हॉर्स पावर वाले इंजन का उपयोग कर रही है।
- नए इंजन की मदद से ऊंचाई वाले इलाकों में सेना की ताकत बढ़ेगी।
भारतीय नौसेना को मिलेगा एडवांस हथियार
- वरुणास्त्र टॉरपीडो, जो एक एडवांस शिप लॉन्च एंटी-सबमरीन हथियार है, को मंजूरी मिली।
- इससे भारतीय नौसेना की पनडुब्बी रोधी क्षमता को मजबूती मिलेगी।
भारतीय वायुसेना को मिलेगा आधुनिक एयरक्राफ्ट सिस्टम
- भारतीय वायुसेना के लिए नया एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट सिस्टम खरीदा जाएगा।
- इससे वायुसेना की रडार और सर्विलांस क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी।
इन डिफेंस स्टॉक्स पर रखें नजर
इस फैसले के बाद डिफेंस सेक्टर के शेयरों में उछाल देखने को मिल सकता है। इन्वेस्टर्स को निम्नलिखित शेयरों पर नज़र रखनी चाहिए:
भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) – यह कंपनी वरुणास्त्र टॉरपीडो का निर्माण करती है।
भारत फोर्ज – डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) – डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार उपकरण बनाती है।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) – यह कंपनी भारतीय वायुसेना के लिए एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर बनाती है।
बीते गुरुवार को इन कंपनियों के शेयरों में पहले ही तेज़ी देखी गई थी, और अब शुक्रवार को और उछाल आने की संभावना है।
क्या है DAC?
डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) भारत की तीनों सेनाओं (थल सेना, नौसेना, वायुसेना) और कोस्ट गार्ड से जुड़े पूंजीगत अधिग्रहण और नीतिगत फैसले लेने वाली सबसे बड़ी संस्था है।
- इसके अध्यक्ष भारत के रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह) होते हैं।
- कारगिल युद्ध (1999) के बाद 2001 में इसकी स्थापना की गई थी।
- इसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा प्रणाली में सुधार करना है।