Diwali Muhurat Trading 2024: इस बार कब है दिवाली का मुहूर्त ट्रेंडिंग, 31 अक्टूबर या 1 नवंबर, जानें इसका शुभ मुहूर्त और महत्त्व

Diwali Muhurat Trading 2024: इस बार कब है दिवाली का मुहूर्त ट्रेंडिंग, 31 अक्टूबर या 1 नवंबर, जानें इसका शुभ मुहूर्त और महत्त्व
Last Updated: 16 घंटा पहले

घरेलू शेयर बाजार में दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) की परंपरा कई दशकों से चली रही है। यह विशेष सत्र निवेशकों के लिए शुभ माना जाता है, जहां वे नए साल की शुरुआत का स्वागत करते हुए नए निवेश के अवसरों का लाभ उठा सकते हैं

Diwali Muhurat 2024: दिवाली का दिन शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बेहद खास होता है। इस दिन शेयर बाजार सुबह नहीं, बल्कि शाम में एक घंटे के लिए खुलता है, जिसे दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) कहा जाता है। यह परंपरा दशकों से चली रही है।

अगर आप दिवाली 2024 के शुभ दिन शेयर मार्केट में मुहूर्त ट्रेडिंग करने की योजना बना रहे हैं, तो तैयार रहें। इस साल विशेष दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर 2024 को शाम 6 -7 बजे तक होगा।

मुहूर्त ट्रेडिंग क्या होती है?

मुहूर्त ट्रेडिंग एक अनोखी परंपरा है, जो पिछले 68 वर्षों से भारतीय शेयर बाजार में प्रचलित है। हर साल दिवाली के दिन, जब सामान्यतः शेयर बाजार बंद रहता है, तब इसे विशेष रूप से शाम के कुछ घंटों के लिए खोला जाता है। इस एक घंटे की ट्रेडिंग को मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है, और इसे एक शुभ अवसर माना जाता है।

- दिवाली के दिन, सेंसेक्स और निफ्टी जैसे प्रमुख सूचकांकों के लिए एक विशेष ट्रेडिंग विंडो खुलती है, जिसमें विभिन्न प्रकार की वित्तीय उत्पादों का व्यापार किया जाता है।

-  इस विशेष समय में इक्विटी, कमोडिटी डेरिवेटिव, मुद्रा डेरिवेटिव, इक्विटी वायदा और विकल्प, और प्रतिभूति उधार और उधार खंड में ट्रेडिंग होती है।

- यह ट्रेडिंग केवल निवेशकों के लिए एक व्यापारिक अवसर है, बल्कि इसे आर्थिक समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है। निवेशक इस दिन शेयर बाजार में ट्रेडिंग करके नए साल का स्वागत करते हैं।

मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व: क्यों है यह खास?

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, मुहूर्त ट्रेडिंग नए संवत 2081 की शुरुआत का प्रतीक है, और इसे एक शुभ समय माना जाता है। इस दिन को निवेश शुरू करने के लिए खास मानते हैं, क्योंकि निवेशकों का विश्वास है कि इस दौरान किए गए निवेश से भविष्य में अच्छे लाभ की संभावना रहती है।

दिवाली के अवसर पर, कई लोग अपनी निवेश यात्रा की शुरुआत मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान करते हैं, और शेयर खरीदना शुभ समझते हैं। इस परंपरा का पालन करने वाले निवेशकों का मानना है कि इस विशेष समय पर व्यापार करने से उन्हें बाजार से बेहतर मुनाफा मिलने की उम्मीद होती है।

कब हुई मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत?

मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत 1957 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) द्वारा की गई थी। इसके बाद, 1992 में इसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में भी मनाया जाने लगा। प्रारंभ में, जब ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा नहीं थी, तब निवेशक और ब्रोकर इस खास मौके पर BSE पर इकट्ठा होते थे। यह परंपरा आज भी जारी है, और हर साल दिवाली के दिन इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

डिस्क्लेमर- यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। पाठकों को सुझाव दिया जाता है कि वे अपने वित्तीय निर्णय लेने से पहले स्वतंत्र और योग्य पेशेवर सलाह प्राप्त करें। लेखक और प्रकाशक इस जानकारी के आधार पर किसी भी निर्णय या कार्य के लिए ज़िम्मेदार नहीं होंगे। सभी निवेश जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए पाठकों को सावधानीपूर्वक विचार करने की सलाह दी जाती है।

 

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