नई दिल्ली: रियल एस्टेट सेक्टर की दिग्गज कंपनी DLF ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 36% तक उछल गया है, जबकि रेवेन्यू में 46% की जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की गई। इस मजबूत प्रदर्शन के चलते डीएलएफ के शेयरों में आज हल्की तेजी देखने को मिली, हालांकि शुरुआती कारोबार में स्टॉक 752 रुपये पर कारोबार करता दिखा, जो कि करीब 2% नीचे था।
क्या है ब्रोकरेज फर्मों का नजरिया?
1. Jefferies का बुलिश रुख – टारगेट ₹2000
विदेशी ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने DLF को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया है। उन्होंने स्टॉक पर "Buy" की रेटिंग दी है और ₹2000 का टारगेट तय किया है। उनका मानना है कि कंपनी का प्रदर्शन Q4 में मजबूत रहा, खासकर लग्जरी Dahlias प्रोजेक्ट ने परिणामों को सपोर्ट किया। कंपनी को ₹2,000 करोड़ से अधिक की प्री-सेल्स मिली है, जो आने वाले समय में ग्रोथ को और गति दे सकती है।
2. Morgan Stanley की Overweight रेटिंग – टारगेट ₹910
Morgan Stanley ने भी DLF पर भरोसा जताते हुए स्टॉक को "Overweight" की रेटिंग दी है और इसका टारगेट ₹910 रखा है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की Q4 प्री-सेल्स उम्मीद से बेहतर रही है। DLF ने ₹6 प्रति शेयर का डिविडेंड घोषित किया है, जो अनुमान के अनुरूप है। उनका यह भी कहना है कि 18.5x P/E रेश्यो के हिसाब से DLF अन्य रियल एस्टेट कंपनियों की तुलना में सस्ती दिखाई देती है।
3. Nomura की Neutral राय – टारगेट ₹700
Nomura ने DLF पर थोड़ी सतर्क राय रखी है। उन्होंने स्टॉक पर "Neutral" रेटिंग दी है और इसका टारगेट ₹700 तय किया है। उनका कहना है कि Q4 के परिणाम उम्मीद से बेहतर रहे, लेकिन कंपनी ने FY26 के लॉन्च गाइडेंस में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। कंपनी की नेट कैश पोजिशन ₹6,800 करोड़ रही, जो वित्तीय रूप से मजबूती का संकेत देती है।
DLF के Q4 Highlights:
- मुनाफा: 36% की ग्रोथ
- रेवेन्यू: 46% की बढ़ोतरी
- FY25 न्यू सेल्स बुकिंग: ₹21,223 करोड़ (44% ग्रोथ)
- Q4 न्यू सेल्स बुकिंग: ₹2,035 करोड़
- डिविडेंड: ₹6 प्रति शेयर
निवेशकों के लिए क्या है रणनीति?
अगर आपने DLF में पहले से निवेश किया है, तो यह वक्त मुनाफा बुक करने का हो सकता है, खासकर अगर आप शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग करते हैं। हालांकि, ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि कंपनी की लंबी अवधि की ग्रोथ मजबूत दिखाई दे रही है। Jefferies जैसे ब्रोकरेज द्वारा ₹2000 का टारगेट दिया जाना इस बात का संकेत है कि लंबी अवधि में स्टॉक में अपसाइड की संभावना बनी हुई है।
क्या करें निवेशक?
- लंबी अवधि के निवेशक: होल्ड करें या गिरावट पर और खरीदारी पर विचार करें
- शॉर्ट टर्म ट्रेडर: रिटर्न मिलने पर आंशिक मुनाफावसूली करें
- नए निवेशक: निवेश से पहले सर्टिफाइड फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें
DLF ने Q4 में बेहतर प्रदर्शन किया है और FY25 में मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है। हालांकि शेयर प्राइस में हल्की गिरावट आई है, लेकिन ब्रोकरेज फर्मों का भरोसा अभी बरकरार है। निवेशक अपनी रणनीति को अपने निवेश उद्देश्यों और समय सीमा के अनुसार तय करें।