शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी, सेंसेक्स 650 अंक चढ़ा, निफ्टी नए रिकॉर्ड पर

शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी, सेंसेक्स 650 अंक चढ़ा, निफ्टी नए रिकॉर्ड पर
अंतिम अपडेट: 1 दिन पहले

सेंसेक्स 665 अंक चढ़कर 77,013 और निफ्टी 196 अंक बढ़कर 23,387 पर पहुंचा। विदेशी निवेशकों की खरीद, US फेड फैसले और यील्ड में गिरावट से बाजार में तेजी दर्ज की गई।

Stock Market: शेयर बाजार में शुक्रवार को भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली। लॉर्ज कैप वैल्यूएशन में मजबूती और विदेशी निवेशकों की बिकवाली में गिरावट के चलते निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। इसी कारण सेंसेक्स 665 अंकों (0.87%) की बढ़त के साथ 77,013 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 196 अंकों (0.85%) की छलांग लगाकर 23,387 के स्तर पर पहुंच गया।

गौरतलब है कि निफ्टी लगातार चौथे सत्र में तेजी दर्ज कर रहा है और इस सप्ताह 4% की बढ़त हासिल कर चुका है। यह बाजार में नए सकारात्मक संकेतों की ओर इशारा करता है।

सभी सेक्टोरल इंडेक्स में बढ़त

आज के कारोबार में सभी 13 प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि, निफ्टी आईटी इंडेक्स शुरुआती कारोबार में अमेरिकी कंपनी एक्सेंचर द्वारा अमेरिकी विवेकाधीन खर्च में मंदी की चेतावनी दिए जाने के बाद 2% तक गिर गया था। लेकिन इसने दिनभर के कारोबार में शानदार वापसी की और 0.4% की बढ़त के साथ बंद हुआ।

इस तेजी के चलते बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप 4.31 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 412.92 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह निवेशकों के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है।

विदेशी निवेशकों ने बदला रुख, बाजार को मिला बूस्टफॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPIs) ने लगातार कई महीनों की बिकवाली के बाद अब खरीदारी शुरू कर दी है। पिछले चार कारोबारी सत्रों में से दो में वे शुद्ध खरीदार रहे हैं, जिससे बाजार को मजबूती मिली। बीते दिन, यानी 20 मार्च को, FPIs ने 3,239 करोड़ रुपये की खरीदारी की, जो उनके रुख में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है।

फेडरल रिजर्व के फैसले से बाजार को राहत

अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने का निर्णय भी बाजार की तेजी का एक प्रमुख कारण रहा। हालांकि, दिसंबर 2025 के पूर्वानुमान के अनुसार, इस साल के अंत तक ब्याज दरों में दो बार कटौती की जा सकती है।

फेड ने मुद्रास्फीति को लेकर अपनी चिंता जताई है और आगामी टैरिफ के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अपने पूर्वानुमानों को संशोधित किया है। लेकिन, ब्याज दरों में कटौती की संभावना से मौद्रिक सख्ती को लेकर निवेशकों की चिंताओं में कमी आई है, जिससे शेयर बाजार में उत्साह देखा गया।

यूएस बॉन्ड यील्ड में गिरावट से उभरते बाजारों को फायदा

इसके अलावा, अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट भी भारतीय शेयर बाजार के लिए फायदेमंद रही। फरवरी में 10 वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड 4.5% से घटकर 4.25% हो गई, जबकि 2 वर्षीय यील्ड 4.28% से घटकर 3.97% हो गई।

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