सराफा बाजारों में सोने के दामों के लिए अगला स्तर 90 हजार रुपये माना जा रहा है, जबकि सोना फिलहाल 80,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। इस साल, सोने और चांदी दोनों ने 30% से अधिक का रिटर्न दिया है। दीपावली के बाद सोने के रेट में गिरावट आई थी, लेकिन अब एक बार फिर इसके बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
इंदौर: दीपावली और धनतेरस की खरीदी के बाद नए कारोबारी संवत 2081 की शुरुआत शनिवार को मुहूर्त के साथ हुई। इस पूरे साल सोने और चांदी ने चौंकाने वाली तेजी और शानदार रिटर्न दिया, जिसके कारण त्योहारी सीजन में महंगे होते हुए भी इनकी भरपूर बिक्री हुई।
शनिवार को बाजार खुलते ही जेवराती सोना करीब एक हजार रुपये सस्ता बिका, जबकि चांदी के भाव में दो हजार रुपये से ज्यादा की नरमी आई। सराफा बाजार के जानकार और कारोबारी मानते हैं कि यह नरमी वास्तव में खरीद का सुनहरा मौका है और अगले चरण में कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी। उनका कहना है कि सोना अभी और चमकेगा, और भविष्य में दामों की ऊंचाई निश्चित रूप से आश्चर्यचकित करेगी।
सोने का 30 प्रतिशत और चांदी का 36 प्रतिशत रिटर्न
इस वर्ष सोने ने 30 प्रतिशत रिटर्न दिया है, जबकि चांदी ने दीपावली से पहले 36 प्रतिशत रिटर्न प्रदान किया है। दीपावली के पहले इंदौर में सोने (24 कैरेट) की कीमत 81,500 रुपये प्रति दस ग्राम थी। वहीं, 22 कैरेट जेवराती सोने की कीमत 74,400 रुपये थी। शनिवार को इंदौर में 24 कैरेट सोने की कीमत 80,600 रुपये और जेवराती सोने की कीमत 73,600 रुपये रही।
घटने के बाद दामों में फिर आएगा उछाल
इंदौर सोना-चांदी जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल रांका के अनुसार, दीपावली से पहले यह माना जा रहा था कि दोनों कीमती धातुओं में एक-दो प्रतिशत का करेक्शन आएगा, यानी थोड़ी गिरावट की उम्मीद जताई जा रही थी।
भारतीय बाजार ने इस गिरावट को समर्थन नहीं दिया, इसलिए दीपावली के पहले कीमतों में गिरावट नहीं आई। विशेषज्ञों का कहना है कि गिरावट के बाद फिर से तेजी का दौर शुरू होगा। इसका मतलब है कि घटने के बाद दामों में पुनः उछाल देखने को मिलेगा। जो लोग यह सोच रहे हैं कि सोने ने साल के सबसे ऊँचे दाम देख लिए हैं, उन्हें थोड़ा रुकना चाहिए। साल के खत्म होने में करीब दो महीने बचे हैं, और उम्मीद है कि सोने के दाम नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे।
सोने का अगला स्तर: 90 हजार रुपये
सराफा व्यापारी एसोसिएशन के मंत्री अविनाश शास्त्री के अनुसार, सोने की कीमतों के लिए अगला स्तर 90 हजार रुपये प्रति दस ग्राम माना जा रहा है। इस साल सोना इस स्तर तक पहुंचता है, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। दरअसल, 12 नवंबर से भारत में विवाह के मुहूर्त की शुरुआत होने वाली है, जिससे सोने-चांदी की मांग में वृद्धि देखने को मिलेगी।
इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियाँ भी कीमतों को बढ़ाने में योगदान कर रही हैं। ब्रिक्स देशों ने एक नई मुद्रा लाने की घोषणा की है, जो अमेरिका डॉलर के मुकाबले पेश की जाएगी। रूस ने चांदी की खरीदारी शुरू कर दी है, जबकि चीन में तेजी से सोने की खरीद हो रही है। साथ ही, विभिन्न देशों में युद्ध की स्थिति और अमेरिका के चुनाव जैसे कारक भी सोने की कीमतों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
सोना-चांदी के व्यापारी बसंत सोनी का कहना है कि हाल ही में जो कीमतों में गिरावट आई है, वह निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर है कि वे सोना-चांदी खरीद लें। जब कीमतों में फिर से तेजी आएगी, तो उन्हें अच्छा रिटर्न प्राप्त होगा। इसका मतलब यह है कि गिरावट के बाद कीमतों में पुनः उछाल देखा जा सकता है। जो लोग कह रहे हैं कि सोने ने साल के सबसे ऊंचे दाम देख लिए हैं, उन्हें थोड़ा धैर्य रखना चाहिए। साल के खत्म होने में लगभग दो महीने बाकी हैं, और सोने की कीमतें नई ऊंचाई पर पहुँचने की संभावना है।