किक-कॉमर्स स्टार्टअप Zepto ने 2026 तक IPO टाल दिया है, जबकि कंपनी इस साल SEBI के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने की तैयारी कर रही है। Zepto अपनी कैश बर्न कम करने और प्रॉफिटेबल बनने पर फोकस कर रही है। IPO के लिए निवेश बैंकों के चयन की प्रक्रिया जारी है, और प्राइवेट फंडिंग के जरिए भी कंपनी बड़ी धनराशि जुटाने की योजना बना रही है।
Zepto ने IPO योजना टाली
किक-कॉमर्स क्षेत्र का उभरता हुआ यूनिकॉर्न Zepto ने अपने IPO को एक साल के लिए स्थगित कर दिया है। कंपनी अब 2026 में लिस्टिंग करने की योजना बना रही है। इससे पहले Zepto ने 2025 में IPO लाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और कैश बर्न कम करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
Zepto के सीईओ और को-फाउंडर आदित पालिचा ने CNBC-TV18 को बताया कि स्टार्टअप इस साल यानी 2025 में ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करेगा। हालांकि, उनका कहना था कि फिलहाल IPO इस वर्ष संभव नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार, कंपनी अपनी फंडिंग और संचालन रणनीति में बदलाव कर रही है ताकि बेहतर प्रॉफिट प्रोफाइल तैयार हो सके।
पिछले कुछ महीनों में Zepto ने अपनी वित्तीय योजनाओं का पुनर्मूल्यांकन किया है। जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में कंपनी ने अपने राजस्व और लागत लक्ष्यों से चूक की है, जिसके कारण IPO के समय को टालने का निर्णय लिया गया है। इसके बावजूद, Zepto ने IPO के माध्यम से लगभग 80 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना को बढ़ाया है, जबकि पहले यह लक्ष्य 40-50 करोड़ डॉलर था।
निवेश बैंकों का चयन और IPO सिंडिकेट
IPO प्रक्रिया के लिए Zepto ने कई प्रमुख निवेश बैंकों के साथ भागीदारी की है। JM Financial और Motilal Oswal को IPO सिंडिकेट में शामिल किया गया है, जो पहले से जुड़े गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली और एक्सिस कैपिटल के साथ मिलकर काम करेंगे। इससे पता चलता है कि Zepto अपनी सार्वजनिक लिस्टिंग के लिए तैयारियां तेजी से कर रहा है।
कंपनी का लगभग 43-44 प्रतिशत हिस्सा फिलहाल घरेलू निवेशकों के पास है। Zepto को उम्मीद है कि IPO के समय या उससे पहले भारतीय शेयरधारकों के पास इसका अधिकतर मालिकाना हक होगा। यह घरेलू निवेशकों की बढ़ती भागीदारी का संकेत है, जो स्टार्टअप के लिए सकारात्मक माना जाता है।
प्राइवेट फंडिंग पर ध्यान
IPO की तैयारियों के बीच Zepto प्राइवेट फंडिंग पर भी विशेष ध्यान दे रहा है। कंपनी अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के साथ बड़ी धनराशि जुटाने के प्रयास में है। सूत्र बताते हैं कि Zepto 70 करोड़ डॉलर तक की फंडिंग राउंड की योजना बना रहा है। इसके लिए मौजूदा निवेशक Avenir और General Catalyst ने इस राउंड को को-लीड करने में रुचि दिखाई है। इसके अलावा अन्य मौजूदा निवेशक भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की संभावना पर विचार कर रहे हैं।
Zepto के सीईओ आदित पालिचा ने हाल ही में अमेरिका में कई संभावित अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से मुलाकात की है। हालांकि, फंडिंग की अंतिम रूपरेखा अभी तक तय नहीं हुई है, और राउंड असफल भी हो सकता है।
Zepto का मुकाबला मुख्य रूप से Blinkit (Eternal) और Swiggy Instamart जैसी किक-कॉमर्स कंपनियों से है। इस प्रतिस्पर्धी माहौल में, Zepto अपनी कैश बर्न कम करने, संचालन लागत पर नियंत्रण रखने और बेहतर राजस्व मॉडल तैयार करने पर काम कर रहा है। कंपनी की यह रणनीति सार्वजनिक बाजार में विश्वास जीतने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण होगी।