शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में जहां मरीजों के लिए अच्छे से अच्छे संसाधनों की पूर्ति की जा रही हैं उसी में प्रशासन और हॉस्पिटल प्रशासन के लिए एक बहुत ही शर्मसार करने वाली न्यूज़ भी सामने आ रही है | इसके अंदर मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ देखने को मिल रहा है | इस अस्पताल में अनुशासन का घोर अभाव दिखाई देता है | यहां पर रेडी और फेरीवाले अस्पताल परिसर के बरामदे तक सीमित नहीं रहते हैं जबकि अंदर पेशेंट के वार्ड में भी घुस जाते हैं और उन्हें रोकने वाला वहां कोई नहीं है | जब मरीज के घर वाले उन्हें अंदर आने से रोकते हैं तब वे यही कहते हैं कि जब हॉस्पिटल प्रशासन हमें नहीं रोक रहा तो आप हमें क्यों रोक रहे हैं? बाहर के घुमक्कड़ लोगों के द्वारा बेचे जाने वाले सामान का सेवन करने से मरीजों में संक्रमण की संभावनाएं और अधिक बढ़ सकती हैं इसीलिए उनके ठीक होने के चांसेस को और भी कम हो जाते है |
अस्पताल प्रशासन को उठाना चाहिए ठोस कदम
अस्पताल प्रशासन को ऐसे लोगो को बिना इज़ाज़त के अस्पताल परिसर के अंदर नहीं आने देना चाहिए | जहां जूते-चप्पल पहनना वर्जित हो, वहां घूमने-फिरने वाले व्यापारियों पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं है | अस्पताल अधीक्षक डाॅ. विनोद कुमार ने कहा कि इस तरह घुमक्कड़ व्यापारियों का अस्पताल परिसर में प्रवेश करना और मरीजों तक पहुंचना बिल्कुल संक्रमण के खतरे की ओर इशारा करता है | उन्हें रोकने के लिए अभी कोई गार्ड भी नहीं है | लेकिन अब यहाँ 30 गार्ड तैनात किए जाएंगे ताकि सभी वार्ड पर गार्ड मौजूद रहें और इन लोगों को अंदर न आने दें | इसके अलावा, यह सुनिश्चित करने के लिए सावधानी बरती जाएगी कि अंदर प्रवेश करने वाले लोग केवल तभी प्रवेश कर सकें जब वे अपने जूते और चप्पल बाहर छोड़ दें। उन्होंने कहा कि यह कमरे में रहने वाले स्टाफ , नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की भी जिम्मेदारी हैं कि वे किसी को भी अंदर प्रवेश करने की अनुमति न दें।