Demi Moore: 45 साल के करियर में Demi Moore ने जीता पहला गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड, Kareena Kapoor ने दी दिल से बधाई

Demi Moore: 45 साल के करियर में Demi Moore ने जीता पहला गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड, Kareena Kapoor ने दी दिल से बधाई
Last Updated: 1 दिन पहले

Demi Moore: 6 नवंबर, 2025 को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स 2025 के विजेताओं की घोषणा की गई। इस साल की लिस्ट में हॉलीवुड अभिनेत्री डेमी मूर का नाम भी शामिल था, जिन्होंने अपनी फिल्म "द सब्सटेंस" के लिए गोल्डन ग्लोब अवार्ड जीता। यह उनकी लंबी और संघर्षपूर्ण फिल्मी यात्रा में एक अहम मील का पत्थर साबित हुआ। डेमी मूर की इस उपलब्धि के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए अपनी सराहना व्यक्त की और डेमी की इस जीत को सम्मानित किया।

45 साल के करियर में पहली बार गोल्डन ग्लोब जीतने वाली डेमी मूर

डेमी मूर का करियर 45 सालों का है, और इस दौरान उन्होंने कई हिट फिल्मों में अभिनय किया। हालांकि, गोल्डन ग्लोब अवार्ड उन्हें पहली बार मिला, जो इस बात का प्रतीक है कि उनकी मेहनत का फल अब मिला है। फिल्म "द सब्सटेंस" में उनके बेहतरीन अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ महिला अभिनेता - मोशन पिक्चर्स - म्यूजिकल/कॉमेडी का खिताब मिला। यह अवार्ड उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इससे पहले वह कभी इस तरह के प्रतिष्ठित सम्मान का अनुभव नहीं कर पाई थीं।

करीना कपूर ने डेमी मूर को दी दिल से बधाई

डेमी मूर की गोल्डन ग्लोब जीत की गूंज बॉलीवुड में भी सुनाई दी, और अभिनेत्री करीना कपूर खुद को उनकी सराहना करने से रोक नहीं पाईं। करीना ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर डेमी मूर की एक तस्वीर शेयर की, जिसमें वह अवार्ड लेते हुए दिखाई दे रही थीं। इस पोस्ट में करीना ने डेमी को साहसी और योग्य बताते हुए दिल और ताज जैसे इमोजी का इस्तेमाल किया। करीना की यह पोस्ट डेमी मूर की इस शानदार उपलब्धि को सम्मानित करने का एक तरीका था, जिससे उनके संघर्ष और समर्पण को सच्ची सराहना मिली।

डेमी मूर की स्पीच संघर्ष से सफलता तक

गोल्डन ग्लोब अवार्ड प्राप्त करने के दौरान डेमी मूर भावुक हो गईं। उन्होंने अपनी स्पीच में इस संघर्ष का जिक्र किया, जब एक निर्माता ने उन्हें 30 साल पहले "पॉपकॉर्न अभिनेत्री" कहा था। इसका मतलब था कि वह केवल कमर्शियल सिनेमा का हिस्सा बन सकती हैं, लेकिन उनके अभिनय को कभी सराहा नहीं जाएगा। यह शब्द सुनकर डेमी मूर की आंखों में आंसू थे, लेकिन अब उन्होंने इस सम्मान के साथ अपने कठिन समय का पार कर लिया। यह अवार्ड उनके लिए एक सशक्त जवाब था उन सभी आलोचनाओं का जो उन्हें पहले मिली थीं।

डेमी मूर का फिल्मी करियर संघर्ष और सफलता का सफर

डेमी मूर का फिल्मी करियर 1980 के दशक से शुरू हुआ था और वह आज भी हॉलीवुड इंडस्ट्री में सक्रिय हैं। उनके अभिनय के कई रूप दर्शकों के सामने आए, जिसमें "अंगी" (1984), "घोस्ट" (1990), और "ए फ्यू गुड मेन" (1992) जैसी बेहतरीन फिल्में शामिल हैं। हालांकि, "द सब्सटेंस" में उनके अभिनय ने उन्हें एक नई पहचान दिलाई। इस फिल्म में उनके अभिनय की सराहना तो हुई ही, साथ ही इसने एक साहसिक संदेश भी दिया, जो दर्शकों तक पहुंचा। यह फिल्म डेमी मूर के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुई, जिसने उन्हें एक नई दिशा दी और उन्हें करियर में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

डेमी मूर की अवार्ड जीत

गोल्डन ग्लोब अवार्ड के साथ, डेमी मूर ने यह साबित कर दिया कि कोई भी कलाकार अपने संघर्ष और समर्पण से अपने सपनों को पूरा कर सकता है। लंबे समय तक "पॉपकॉर्न अभिनेत्री" कहे जाने के बावजूद, डेमी ने अपने अभिनय और मेहनत से यह साबित किया कि वह केवल कमर्शियल सिनेमा की नहीं, बल्कि एक बेहतरीन और सशक्त अभिनेत्री हैं। उनका यह सम्मान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

आज डेमी मूर की गोल्डन ग्लोब जीत केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं मानी जा सकती। यह एक संदेश है कि मेहनत, संघर्ष, और समर्पण से कोई भी कलाकार अपने लक्ष्यों को पा सकता है। करीना कपूर जैसे बड़े सितारे की सराहना डेमी मूर के लिए इस बात का प्रमाण है कि सफलता समय के साथ मिलती है, और हर कलाकार को अपने प्रयासों का फल एक दिन जरूर मिलता है।

Leave a comment