वो खूबसूरत एक्ट्रेस जिसने कम उम्र में ही बॉलीवुड में पहचान बनाई, तीन साल में सुपरस्टार बनीं और 19 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गईं।
एंटरटेनमेंट डेस्क: हिंदी सिनेमा की दुनिया में कुछ चेहरे ऐसे होते हैं, जो कम वक्त में भी गहरी छाप छोड़ जाते हैं। ऐसी ही एक नाम है दिव्या भारती का। 90 के दशक में अपनी मासूमियत, खूबसूरती और शानदार एक्टिंग से लाखों दिलों की धड़कन बनने वाली दिव्या भारती ने महज तीन साल में 21 फिल्मों से इंडस्ट्री में अपना सिक्का जमा लिया था। लेकिन किसे पता था कि सिर्फ 19 साल की उम्र में ही यह चमकता सितारा हम सबको अलविदा कह देगा।
बचपन से था एक्टिंग का शौक, 14 की उम्र में छोड़ी पढ़ाई
25 फरवरी 1974 को जन्मीं दिव्या भारती ने बहुत कम उम्र में ही एक्टिंग की दुनिया में कदम रख दिया था। 14 साल की उम्र में उन्होंने पढ़ाई छोड़ मॉडलिंग करना शुरू कर दिया था। गोविंदा के भाई कीर्ति कुमार ने उन्हें फिल्म ‘राधा का संगम’ के लिए चुना था, लेकिन बाद में यह रोल जूही चावला को मिल गया। इसके बाद दिव्या ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और साउथ फिल्म इंडस्ट्री की तरफ रुख किया।
साउथ से बॉलीवुड तक छाई दिव्या
तेलुगु फिल्म 'बोब्बिली राजा' से डेब्यू कर दिव्या ने इंडस्ट्री में धमाकेदार एंट्री ली। यह फिल्म सुपरहिट रही और दिव्या साउथ में एक बड़ा नाम बन गईं। फिर आई 1992 की फिल्म 'विश्वात्मा', जिसमें उन्होंने सनी देओल के साथ काम किया। फिल्म का गाना ‘Saat Samundar Paar’ आज भी लोगों की जुबां पर है। इसी साल शाहरुख खान के साथ उनकी फिल्म ‘दीवाना’ रिलीज हुई, जिसने दोनों को रातों-रात स्टार बना दिया। उस वक्त दिव्या सिर्फ 18 साल की थीं।
तीन साल में 21 फिल्में, हीरो से ज्यादा थी डिमांड
दिव्या भारती की एक्टिंग और मासूमियत का ऐसा जादू चला कि वो हर निर्माता की पहली पसंद बन गईं। उन्होंने ‘शोला और शबनम’, ‘दिल का क्या कसूर’, ‘बलवान’, ‘धर्म क्षेत्रम’, ‘दिल आशना है’, ‘गीत’, ‘कन्यादान’ जैसी फिल्मों में काम किया और हर किरदार में जान डाल दी। उनकी लोकप्रियता इतनी थी कि कई बार उनकी तुलना हीरो की बजाय खुद हीरोइन से ज्यादा डिमांड में होने वाली कलाकार से की जाती थी।
पर्सनल लाइफ में भी थी चर्चा का विषय
दिव्या की निजी जिंदगी भी कम चर्चित नहीं रही। उन्होंने 1992 में फिल्ममेकर साजिद नाडियाडवाला से शादी की थी। दोनों का रिश्ता बेहद मजबूत और प्यार भरा था, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
5 अप्रैल 1993: जब खत्म हुआ एक चमकते सितारे का सफर
5 अप्रैल 1993 को मुंबई स्थित अपने घर की बालकनी से गिरने की वजह से दिव्या भारती की मौत हो गई। उनकी मौत आज भी रहस्य बनी हुई है। महज 19 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाली दिव्या ने अपने पीछे वो यादें छोड़ी हैं, जिन्हें आज भी उनके फैंस आंखों में आंसू और चेहरे पर मुस्कान के साथ याद करते हैं। दिव्या भारती भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन हिंदी सिनेमा में उनका योगदान और उनकी मौजूदगी को कभी भुलाया नहीं जा सकता।