भारत में रिलीज़ होगी पहली पाक फिल्म, MNS के नेता ने दी कड़ी प्रतिक्रिया

भारत में रिलीज़ होगी पहली पाक फिल्म, MNS के नेता ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
Last Updated: 22 सितंबर 2024

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता अमय खोपकर ने स्पष्ट रूप से बताया कि भारत में किसी भी पाकिस्तानी फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। इतना ही नहीं, अगर कोई पाकिस्तानी अभिनेता अपनी फिल्म के प्रचार के लिए भारत आता है, तो उसके हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे।

New Delhi: पॉपुलर पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान और माहिरा खान की फैन फॉलोइंग भारत में आज भी काफी मजबूत है। हाल ही में यह घोषणा की गई कि दोनों की ब्लॉकबस्टर फिल्म ' लेजेंड ऑफ मौला जट्ट' जल्द ही भारत में रिलीज होने वाली है।

इस ऐलान के बाद, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने एक बार फिर पाकिस्तानी कलाकारों और फिल्मों के खिलाफ अपनी स्थिति स्पष्ट की है। एमएनएस के नेता अमय खोपकर ने कहा है कि वे किसी भी पाकिस्तानी फिल्म को भारत में रिलीज नहीं होने देंगे। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर कोई पाकिस्तानी अभिनेता भारत आता है, तो उसकी पिटाई की जाएगी।

अमय ने कलाकारों के विरुद्ध जताया विरोध

अमय खोपकर ने महत्वपूर्ण बयान दिए। इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पाकिस्तान से कलाकारों के खिलाफ विरोध की असली वजह के बारे में पूछा गया, तो अमय ने कहा, "हमारे देश पर पाकिस्तान की तरफ से निरंतर हमले होते रहते हैं। पिछले हफ्ते भी ऐसे ही हमले हुए थे, जिनमें हमारे जवान शहीद हो गए थे। हमारे देश के कई शहरों में भी हमले होते हैं, जहां हमारे अच्छे पुलिस अधिकारी शहीद होते हैं। ऐसे में पाकिस्तान से कला की क्या जरूरत है?क्या हमारे देश में कलाकारों की कमी है?क्या हमारे यहां फिल्में नहीं बनतीं?हमें पाकिस्तान से कलाकारों की आवश्यकता क्यों है?"

पाकिस्तानी फिल्म रिलीज़ नहीं होने देंगे- अमय 

अमय खोपकर ने कहा, "मुंबई में हुए आतंकी हमले में जिन पुलिस अधिकारियों ने अपनी जान गंवाई,जब उनके घरों में टीवी चालू होगा, क्या वे इन पाकिस्तानी कलाकारों के शो देखेंगे? जिनकी वजह से हमारे जवान और पुलिस अधिकारी शहीद हुए। हमें इन कलाकारों की कोई आवश्यकता नहीं है। पाकिस्तान से कोई भी कलाकार या फिल्म यहाँ रिलीज नहीं होने देंगे। हमारी पार्टी महाराष्ट्र तक सीमित है, लेकिन मैं बाकी राज्यों से भी यही अपील करता हूँ कि अपने शहरों में किसी भी पाकिस्तानी कलाकार या फिल्म को रिलीज होने दें और इसका विरोध करें। हम निश्चित रूप से विरोध करेंगे।

आर्ट और कल्चर को राजनीति से अलग करने के विषय पर अमय खोपकर ने अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, "मैं यह मानता हूँ कि आर्ट और कल्चर और राजनीति अलग-अलग चीजें हैं। लेकिन जब वही आर्ट हमारे देश पर आक्रमण करने वालों की होती है, तो हमें ऐसी आर्ट की आवश्यकता नहीं है। हमारे लिए सबसे पहले देश है, फिर कला। कला के पीछे छिपकर हमारे देश पर आक्रमण करने वालों को हम किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। जिस दिन पाकिस्तान की तरफ से हमारे देश पर हमले रुक जाएंगे, तब हम इस पर चर्चा करेंगे। फिलहाल, ऐसी कोई बात नहीं होगी।"

पाकिस्तानी एक्टर्स के खिलाफ अमय ने दी शक्त चेतावनी

पाकिस्तानी एक्टर्स के खिलाफ अमय खोपकर की कड़ी चेतावनी पाकिस्तानी एक्टरों के खिलाफ अमय खोपकर ने बॉलीवुड के सितारों को साफ-साफ चेतावनी दी है। उन्होंने उन बॉलीवुड सेलेब्स के लिए एक सख्त संदेश दिया है, जो पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने का समर्थन कर रहे हैं। अमय ने कहा, "बॉलीवुड के लोगों को शर्म आनी चाहिए।

हमारे देश में इतना टैलेंट है,फिर आपको पाकिस्तान से कलाकार बुलाने की जरूरत क्यों महसूस हो रही है? चाहे जितनी भी कोशिशें कर लें, हम यह मंजूर नहीं करेंगे कि कोई पाकिस्तानी कलाकार हमारे देश में आकर परफॉर्म करे या फिल्मों में दिखाए।" उन्होंने यह भी कहा कि अभी बातें हो रही हैं कि पाकिस्तानी कलाकार यहां आकर प्रमोशन करेंगे, तो उन्हें कहना चाहूंगा कि ऐसा सोचने की भी हिम्मत मत करो, वरना परिणाम बुरे होंगे। "हाथ-पैर तोड़ देंगे," उन्होंने अपनी बात को और भी सख्ती से रखा। अमय की इस चेतावनी ने बॉलीवुड में एक बार फिर से इस मुद्दे को गरम कर दिया है।

कोर्ट ने पाकिस्तानी कलाकारों पर लगा बैन हटाया

2016 में हुए उरी आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन ने सुरक्षा और देशभक्ति का हवाला देते हुए यह नियम बनाया था कि वे सीमापार के प्रतिभाओं को भारत में काम करने की अनुमति नहीं देंगे। इस बैन के कारण फवाद खान, माहिरा खान, अली जफर और राहत फतेह अली खान जैसे कलाकार बॉलीवुड में नजर नहीं सके। अक्टूबर 2023 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस बैन को हटाते हुए इसे 'सांस्कृतिक समरसता, एकता और शांति के लिए हानिकारक' करार दिया।

कोर्ट ने यह भी कहा कि विदेशी नागरिकों, विशेषकर पड़ोसी देशों के नागरिकों का विरोध करना देशभक्ति नहीं दर्शाता। कोर्ट के इस फैसले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों के लिए भारतीय फिल्मों में काम करने का मार्ग प्रशस्त हो गया। इसी संदर्भ में जी जिंदगी ने ' लेजेंड ऑफ मौला जट्ट' फिल्म के भारत में रिलीज होने की घोषणा की, जिसकी रिलीज तारीख 3 अक्टूबर निर्धारित की गई है।

Leave a comment