Yash Birthday: यश का जन्म 8 जनवरी को हुआ था, और उनका जन्मदिन हर साल इस दिन मनाया जाता है। नवीन कुमार गौड़ा, जिन्हें हम सब "यश" के नाम से जानते हैं, भारतीय सिनेमा के एक ऐसे सितारे हैं जिन्होंने कन्नड़ फिल्म उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। यश का जन्म कर्नाटक के एक छोटे से गांव में हुआ, लेकिन उनकी मेहनत और अभिनय के प्रति जुनून ने उन्हें कन्नड़ सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक बना दिया।
"मोगीना मनसु" से करियर की शुरुआत
यश ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत 2008 में फिल्म मोगीना मनसु से की। इस फिल्म में उन्होंने राधिका पंडित के साथ काम किया, जो बाद में उनकी जीवनसंगिनी बनीं। मोगीना मनसु ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया, बल्कि यश को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी दिलाया।
हिट फिल्मों की झड़ी
यश ने राजधानी, गूगली, ड्रामा और मिस्टर एंड मिसेज रामाचारी जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। इनमें से मिस्टर एंड मिसेज रामाचारी ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई।
उनकी हर फिल्म में उनका अभिनय, डायलॉग डिलीवरी और स्टाइल दर्शकों के दिलों को छूता रहा।
"केजीएफ" से सुपरस्टारडम का सफर
2018 में रिलीज़ हुई केजीएफ: चैप्टर 1 ने यश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। इस फिल्म में उन्होंने रॉकी भाई का किरदार निभाया, जो एक गरीब लड़के से शक्तिशाली गैंगस्टर बनने की कहानी हैं।
केजीएफ: चैप्टर 2, जो 14 अप्रैल 2022 को रिलीज़ हुई, भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक बन गई।
दक्षिण भारत के "रॉकी भाई"
यश ने न केवल कन्नड़ सिनेमा बल्कि पूरे भारतीय सिनेमा में अपनी जगह बनाई है। उनके डायलॉग्स और दमदार एक्शन सीक्वेंस ने उन्हें दक्षिण भारत के "रॉकी भाई" का खिताब दिलाया।
पारिवारिक जीवन राधिका पंडित के साथ कहानी
यश और राधिका पंडित की जोड़ी न केवल पर्दे पर, बल्कि असल जिंदगी में भी बेहद खास है। दोनों की मुलाकात मोगीना मनसु के सेट पर हुई थी। साल 2016 में दोनों ने शादी की और आज उनके दो प्यारे बच्चे हैं।
रोल मॉडल विजय का प्रभाव
2022 में एक साक्षात्कार में यश ने कहा कि तमिल सुपरस्टार विजय उनके रोल मॉडल हैं। विजय से प्रेरणा लेकर यश ने अपनी शैली और अभिनय को निखारा।
मीडिया छवि और फैन फॉलोइंग
यश की सादगी और अपने प्रशंसकों के प्रति उनका प्यार उन्हें और भी खास बनाता है। वह हमेशा अपनी जड़ों से जुड़े रहे हैं और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी बखूबी समझते हैं।
उनकी पत्नी राधिका ने "यश मार्ग फाउंडेशन" की स्थापना की है। यह संस्था शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करती हैं।
भविष्य की योजनाएं
यश अब सिर्फ कन्नड़ सिनेमा तक सीमित नहीं हैं। वह बॉलीवुड और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में भी अपने अभिनय की छाप छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
यश सादगी से सुपरस्टारडम तक
यश की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर आपके पास जुनून और मेहनत है, तो आप किसी भी ऊंचाई को छू सकते हैं। उनका सफर गांव से ग्लोबल सुपरस्टार बनने तक का हैं।
"यश सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि कन्नड़ सिनेमा का गौरव और लाखों दिलों की धड़कन है।"