Aashram 3 Part 2 Review: बाबा निराला का अहंकार टूटा, पम्मी ने हिला दी गद्दी – जानिए क्लाइमेक्स में छिपे बड़े राज

Aashram 3 Part 2 Review: बाबा निराला का अहंकार टूटा, पम्मी ने हिला दी गद्दी – जानिए क्लाइमेक्स में छिपे बड़े राज
अंतिम अपडेट: 5 घंटा पहले

ओटीटी की दुनिया में बॉबी देओल (Bobby Deol) स्टारर ‘आश्रम’ सीरीज का जब भी नाम लिया जाता है, तो यह वेब सीरीज भक्ति और अंधविश्वास के बीच के फर्क को बखूबी दर्शाने के लिए जानी जाती है। इसके तीनों सीजन दर्शकों के बीच खूब पसंद किए गए और अब ‘आश्रम 3’ का पार्ट 2 भी रिलीज हो चुका है। सवाल यह है कि क्या इस बार भी बाबा निराला के किरदार ने कुछ नया किया है? आइए जानते हैं इस वेब सीरीज के नए अध्याय की पूरी समीक्षा।

कहानी में नया मोड़ – बाबा के गढ़ में बगावत की आग

‘आश्रम 3’ के पार्ट 2 की कहानी वहीं से आगे बढ़ती है, जहां पहले पार्ट का समापन हुआ था। पम्मी (आदिति पोहनकर) ने अत्याचार के खिलाफ कानूनी जंग छेड़ दी है, लेकिन बाबा निराला खुद को कोर्ट में नपुंसक साबित कर बरी हो जाता है और पम्मी पर झूठे आरोप लगाकर उसे जेल भेज दिया जाता है।

इस बार पम्मी का बदला लेने का तरीका बदल गया है। वह बाबा पर सीधा वार नहीं करती, बल्कि उसकी सबसे मजबूत कड़ी – भोपा स्वामी (चंदन रॉय सान्याल) को ही अपने जाल में फंसा लेती है। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगती हैं और इसी बीच कहानी में सबसे बड़ा ट्विस्ट तब आता है, जब बाबा निराला खुद इन्हें आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लेता है। यहीं से शुरू होती है घटनाओं की कड़ी, जो बाबा को पतन की ओर ले जाती है।

भोपा-पम्मी का प्लान और बाबा की बर्बादी

भोपा के ‘शुद्धिकरण’ का आदेश देकर बाबा अपनी ही कब्र खोद लेता है। इस घटना के बाद पम्मी और भोपा दोनों मिलकर उसके खिलाफ साजिश रचते हैं। इधर, सब-इंस्पेक्टर उजागर सिंह (दर्शन कुमार) को बाबा निराला के अतीत की अहम जानकारी मिलती है।

उजागर सिंह की मुलाकात एक पुराने साधु से होती है, जिससे यह खुलासा होता है कि बाबा निराला असल में मोंटी नाम का एक आम इंसान था, जिसने भोपा के साथ मिलकर असली मनसुख बाबा की हत्या कर दी थी और उनकी गद्दी हड़प ली थी। इसी खुलासे के बाद कहानी में एक नया मोड़ आता है, जहां पम्मी और भोपा मिलकर बाबा का तख्त पलटने की पूरी योजना बना लेते हैं।

"डायरेक्शन और एक्टिंग – किसका जादू चला और कौन रह गया फीका

डायरेक्टर प्रकाश झा ने इस बार भी शानदार निर्देशन किया है। हालांकि, कुछ दृश्यों को बेवजह खींचा गया है, खासतौर पर भोपा और पम्मी के सीन्स को अगर कम किया जाता तो कहानी और भी प्रभावशाली बन सकती थी। बॉबी देओल ने बाबा निराला के किरदार को पूरी शिद्दत से निभाया है। उनके एक्सप्रेशन्स और संवाद अदायगी दर्शकों को प्रभावित करती हैं।

इस बार पम्मी का किरदार ज्यादा दमदार बना है और आदिति पोहनकर ने इसमें कमाल का अभिनय किया है। चंदन रॉय सान्याल उर्फ भोपा स्वामी की परफॉर्मेंस भी इस बार और निखरकर सामने आई है। वहीं, उजागर सिंह के किरदार में दर्शन कुमार भी अपनी भूमिका को पूरी तरह से न्याय देते हैं।

क्या देखनी चाहिए ‘आश्रम 3’ का पार्ट 2?

यदि आप ‘आश्रम’ सीरीज के फैन हैं और इसकी गहरी व मनोरंजक कहानी को पसंद करते हैं, तो यह नया पार्ट भी आपको पसंद आएगा। हालांकि, कुछ हिस्से थोड़े खिंचे हुए लग सकते हैं, लेकिन अंत तक आते-आते कहानी अपनी पकड़ बना लेती है। कुल मिलाकर, यह सीरीज आपको धोखा, अंधभक्ति और राजनीति की जटिलता को दिखाने में कामयाब रहती है। हमारी तरफ से इसे 3 स्टार दिए जा रहे हैं। आप इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं।

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