Dabba Cartel Review: सास-बहू की जोड़ी का क्राइम वर्ल्ड में धमाका! पढ़ें Dabba Cartel का रिव्यू

Dabba Cartel Review: सास-बहू की जोड़ी का क्राइम वर्ल्ड में धमाका! पढ़ें Dabba Cartel का रिव्यू
अंतिम अपडेट: 2 घंटा पहले

नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई Dabba Cartel में सास-बहू की जोड़ी शबाना आज़मी और शालिनी पांडे किचन से अपराध की दुनिया तक पहुंचती हैं। देखने से पहले रिव्यू जरूर पढ़ें!

मूवी रिव्यू

नाम: डब्बा कार्टेलरेटिंग: ⭐⭐☆ (2.5/5)कलाकार: शबाना आजमी, निमिषा सजयन, शालिनी पांडे, जिशु सेनगुप्ता, गजराज राव, सई तम्हंकर, भूपेंद्र जदावत, सुष्मिता मुखर्जी, लिलेट दुबेनिर्देशक: हितेश भाटियानिर्माता: N/Aलेखक: N/Aरिलीज डेट: 28 फरवरी 2025प्लेटफॉर्म: नेटफ्लिक्स (Netflix)भाषा: हिंदीबजट: N/A

डब्बा कार्टेल की कहानी क्या है?

डब्बा कार्टेल ड्रग्स माफिया पर आधारित एक दिलचस्प वेब सीरीज है, जो महिलाओं के अपराध जगत में कदम रखने की कहानी को पेश करती है। आमतौर पर ड्रग्स पेडलर पुरुष होते हैं, लेकिन इस सीरीज में महिलाओं के जीवन के संघर्ष और उनकी मजबूरी को दर्शाया गया है। कहानी में राजी (शालिनी पांडे) अपने पति को विदेश भेजने के सपने को पूरा करने के लिए खाना बनाने का बिजनेस शुरू करती है। इसमें उसकी नौकरानी माला (निमिषा सजयन) उसका साथ देती है। लेकिन कहानी में बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब राजी का बॉयफ्रेंड संतोष उसे ड्रग्स सप्लाई करने के लिए मजबूर कर देता है।

राजी धीरे-धीरे इस काले धंधे में फंसती जाती है। जब उसकी सास शीला (शबाना आजमी) उसकी सच्चाई जानती है, तो वह भी इस खेल में शामिल हो जाती है। शीला अपने अनुभव और चालाकी से ड्रग्स माफिया के इस खेल में बड़ी भूमिका निभाती है।

दिलचस्प किरदार और उनकी भूमिकाएं

कहानी में कई नए किरदार जुड़ते हैं, जो इसे और रोमांचक बनाते हैं।

शबाना आजमी (शीला): एक चालाक और अनुभवी महिला जो ड्रग्स की दुनिया में अपनी पहचान बना चुकी है।

शालिनी पांडे (राजी): अपने परिवार की जरूरतों के कारण अपराध की दुनिया में कदम रखने वाली हाउसवाइफ।

निमिषा सजयन (माला): तेजतर्रार नौकरानी, जो राजी के साथ हर मोड़ पर खड़ी रहती है।

जिशु सेनगुप्ता: खतरनाक फार्मा कंपनी 'वाइवाइफ' का बॉस।

गजराज राव: एक शातिर जांच अधिकारी।

सई तम्हंकर: एक तेजतर्रार पुलिस अफसर।

भूपेंद्र जदावत: विदेश में ट्रांसफर पाने का सपना देखने वाला अधिकारी।

सुष्मिता मुखर्जी: चालाक पड़ोसन, जो हर चीज़ पर नजर रखती है।

लिलेट दुबे: साउथ बॉम्बे की प्रभावशाली महिला।

सीरीज में ट्विस्ट और टर्न

कहानी में जब शीला (शबाना आजमी) इस धंधे में वापस आती है, तब मामला और ज्यादा पेचीदा हो जाता है। यह सास-बहू की जोड़ी सिर्फ मुनाफे के लिए नहीं, बल्कि अस्तित्व की लड़ाई के लिए भी मैदान में उतरती है।

जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, दर्शकों को कई ट्विस्ट और टर्न देखने को मिलते हैं।

पुलिस अधिकारी इस धंधे की जांच शुरू करता है।

ड्रग्स माफिया के पुराने खिलाड़ी राजी और माला को हटाने की कोशिश करते हैं।

शीला अपनी चालाकी से स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करती है।

एक्टिंग और डायरेक्शन

शानदार अभिनय:

शबाना आजमी ने अपने दमदार किरदार से पूरी कहानी में जान डाल दी है। उनका अभिनय शानदार और प्रभावी है।

शालिनी पांडे ने राजी के किरदार में शानदार प्रदर्शन किया है और उसकी मजबूरियों को बखूबी दिखाया है।

निमिषा सजयन ने नौकरानी के किरदार को बहुत ही दमदार तरीके से निभाया है।

गजराज राव और सई तम्हंकर भी अपने किरदारों में पूरी तरह से फिट बैठे हैं।

निर्देशन:

हितेश भाटिया ने एक अलग और अनोखी कहानी को पेश करने की कोशिश की है। हालांकि, कुछ जगहों पर कहानी थोड़ी खिंचती हुई महसूस होती है, लेकिन कुल मिलाकर डायरेक्शन संतोषजनक है।

सीरीज देखें या नहीं?

अगर आप क्राइम, ड्रग्स माफिया और रोमांच से भरपूर कहानियां देखना पसंद करते हैं, तो यह सीरीज आपके लिए अच्छी हो सकती है। हालांकि, अगर आप तेज रफ्तार वाली क्राइम थ्रिलर की उम्मीद कर रहे हैं, तो कुछ जगहों पर कहानी धीमी लग सकती है।

रेटिंग: ⭐⭐☆ (2.5/5)

✅ प्लस पॉइंट्स: दमदार एक्टिंग, दिलचस्प प्लॉट, महिला-केंद्रित कहानी।❌ माइनस पॉइंट्स: कहानी में कुछ खिंचाव, कुछ जगहों पर लय टूटती है।

फाइनल वर्डिक्ट: अगर आप क्राइम ड्रामा के फैन हैं, तो इसे एक बार देख सकते हैं। लेकिन यह सर्वश्रेष्ठ क्राइम थ्रिलर में से एक नहीं है।

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