Gujarat News: तंत्र-मंत्र के नाम पर 5 साल की मासूम की बलि, मंदिर में बहाया खून

Gujarat News: तंत्र-मंत्र के नाम पर 5 साल की मासूम की बलि, मंदिर में बहाया खून
अंतिम अपडेट: 3 घंटा पहले

गुजरात के बोडेली तहसील के पानेज गांव में एक रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। अंधविश्वास के जाल में फंसे एक तांत्रिक ने 5 साल की बच्ची की निर्मम हत्या कर उसकी बलि चढ़ा दी। गांववालों की सतर्कता से आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। इस घटना से पूरे इलाके में डर और आक्रोश का माहौल है।

क्राइम: गुजरात के छोटा उदयपुर जिले के पानेज गांव में एक तांत्रिक ने अंधविश्वास के चलते 5 साल की बच्ची की निर्मम हत्या कर उसकी बलि चढ़ा दी। तांत्रिक ने हत्या के बाद मंदिर में खून के छींटे चढ़ाए। जब उसने बच्ची के छोटे भाई को भी अगवा करने की कोशिश की, तो गांववालों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है। इस घटना से गांव में भय और आक्रोश का माहौल है, और लोग अंधविश्वास के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

तांत्रिक ने मंदिर में किया नरबलि अनुष्ठान

गांववालों के अनुसार, तांत्रिक लालू हिम्मत तड़वी ने खेल रही बच्ची को अगवा किया और अपने घर में बने मंदिर के सामने तांत्रिक क्रियाएं शुरू कर दी। फिर कुल्हाड़ी से बच्ची की गर्दन काटकर उसकी बलि चढ़ा दी। इसके बाद आरोपी ने मंदिर में खून के छींटे चढ़ाकर तांत्रिक शक्ति प्राप्त करने का दावा किया। हत्या के बाद तांत्रिक ने बच्ची के छोटे भाई को भी उठाने की कोशिश की, लेकिन गांववालों ने देख लिया और उसे पकड़ लिया। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई, जिसने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस कर रही जांच, इलाके में भय का माहौल

छोटा उदयपुर के एएसपी गौरव अग्रवाल ने बताया कि हत्या के समय बच्ची की मां घर से बाहर थी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। गांव में डर और गुस्से का माहौल है, और लोग आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

अंधविश्वास की जड़ें गहरी, प्रशासन के लिए चुनौती

छोटा उदयपुर आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां अंधविश्वास और कुरीतियां अभी भी समाज में गहरे तक फैली हुई हैं। प्रशासन ने पहले भी जागरूकता अभियान चलाए हैं, लेकिन यह घटना फिर से इस कुप्रथा के भयावह स्वरूप को उजागर करती है। ग्रामीणों ने सरकार से सख्त कानून बनाने और तांत्रिक प्रथाओं पर रोक लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी बर्बर घटनाएं न दोहराई जाएं।

Leave a comment