गुरुवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने असम के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराने की रणनीति पर मंथन किया गया।
गुवाहाटी: आगामी असम विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। गुरुवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने असम के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराने की रणनीति पर मंथन किया गया। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा, लोकसभा सांसद गौरव गोगोई समेत कई अन्य प्रमुख नेता शामिल हुए।
राहुल गांधी का बड़ा बयान- 'असम की जनता नफरत की राजनीति को नकारेगी'
बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा, "असम की जनता ने नफरत की राजनीति को नकारने का मन बना लिया है। कांग्रेस मोहब्बत और प्रगति की राजनीति में विश्वास रखती है और हमें पूरा भरोसा है कि लोग इस बार हमारे साथ खड़े होंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी की सरकार असम में लोगों की समस्याओं को हल करने में पूरी तरह असफल रही हैं।
'बीजेपी सरकार असम को बेच रही है'
असम कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि "बीजेपी सरकार असम को बेच रही है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा राज्य में माफिया राज चला रहे हैं और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। असम की जनता इससे बेहद परेशान है और बदलाव चाहती है।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व जल्द ही असम का दौरा करेगा और वहां बड़े स्तर पर रैलियां आयोजित करेगा।
'बीजेपी को उखाड़ फेंकेंगे': भूपेन बोरा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने बैठक के दौरान कहा, "हमने संकल्प लिया है कि एकजुट होकर आगामी चुनावों में बीजेपी सरकार को असम से उखाड़ फेंकेंगे। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा देश के सबसे भ्रष्ट नेताओं में से एक हैं और हमने उनके भ्रष्टाचार से जुड़े सबूत पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सौंप दिए हैं। अब हम इन सबूतों को जनता के सामने लाएंगे और उन्हें बताएंगे कि बीजेपी की सरकार कैसे असम के संसाधनों को लूट रही हैं।"
चुनाव से पहले कांग्रेस-बीजेपी में वार-पलटवार
असम में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। कांग्रेस जहां मुख्यमंत्री सरमा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है, वहीं बीजेपी ने हाल ही में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध होने का सनसनीखेज आरोप लगाया था। गोगोई ने इसे "हास्यास्पद" करार देते हुए कहा कि यह बीजेपी की घबराहट को दर्शाता हैं।
अब केरल पर फोकस, कांग्रेस नेतृत्व करेगा बैठक
असम के बाद अब कांग्रेस नेतृत्व शुक्रवार को केरल के पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेगा। इस बैठक की अहमियत इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि कांग्रेस सांसद शशि थरूर के पार्टी नेतृत्व से नाराज होने की खबरें सामने आ रही हैं। थरूर ने हाल ही में केरल में निवेश माहौल को लेकर वाम सरकार की तारीफ की थी, जिससे प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेताओं में असंतोष देखा गया हैं।
असम और केरल में अगले साल मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस अब इन दोनों राज्यों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि अगर सही रणनीति अपनाई जाए तो असम में बीजेपी को हराया जा सकता है और केरल में पार्टी की स्थिति को और मजबूत किया जा सकता हैं।