जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। पहले चरण के चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस ने राहुल गांधी को स्टार प्रचारक के रूप में उतारा है। बुधवार को रामबन में आयोजित एक रैली में राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाने का बड़ा वादा किया।
जम्मू: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार (4 सितंबर 2024) को जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत की। उन्होंने रामबन जिले के गुल सिंगल दान में एक चुनावी रैली को संबोधित किया, जहां उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी इंडिया ब्लॉक के सहयोगियों के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाने के लिए पूरी कोशिश करेगी। राहुल गांधी के इस बयान से कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के चुनाव में अपने मुख्य मुद्दे को स्पष्ट कर दिया हैं।
'देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई है' - राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपनी रैली में भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि "हम इस जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाना सुनिश्चित करेंगे, भले ही भाजपा चाहे या नहीं। हम इंडिया गठबंधन के बैनर तले सरकार पर राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए दबाव डालेंगे।" उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर देश में नफरत और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने कहा, "देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई है। एक तरफ भाजपा और आरएसएस के लोग नफरत फैला रहे हैं, तो दूसरी तरफ हम मोहब्बत, सम्मान और इज्जत की बात करते हैं।" राहुल गांधी के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस पार्टी अपनी चुनावी रणनीति में जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे को बहाल करने और देश में शांति और सौहार्द्र बनाए रखने को प्रमुख मुद्दा बना रही हैं।
'नफरत का जवाब मोहब्बत से देंगे' - राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपनी रैली में कहा, "हमने नारा दिया है कि नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है। हम लोगों को जोड़ते हैं और वे लोगों को तोड़ते हैं। नफरत का जवाब नफरत से नहीं दिया जा सकता, नफरत का जवाब मोहब्बत से ही दिया जा सकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि "देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि एक राज्य का दर्जा छीनकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। तेलंगाना, छत्तीसगढ़ सहित कई नए प्रदेश बने हैं, लेकिन इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि जम्मू कश्मीर से राज्य का दर्जा छीनकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया हो।"
राहुल गांधी ने इस मुद्दे को उठाकर यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और वह इस मुद्दे पर भाजपा की नीतियों का विरोध करती है। उन्होंने अपने संदेश में मोहब्बत और एकता का संदेश देकर भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ एक मजबूत रुख अपनाया।
'जम्मू कश्मीर को दिलाएंगे राज्य का दर्जा' - सांसद राहुल
राहुल गांधी ने अपनी रैली में जोर देते हुए कहा कि "जम्मू-कश्मीर के लोगों का हक छीना गया है और हमें सबसे पहले जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा वापस देना है।" उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि "सिर्फ आपका अधिकार ही नहीं, बल्कि आपका धन भी छीना जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के लोगों का धन बाहरी प्रदेशों के लोगों को दिया जा रहा है। बाहरी प्रदेश के लोगों को ठेके और कॉन्ट्रैक्ट दिए जा रहे हैं।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि "हमारा पहला कदम जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना होगा।
हमने मांग की थी कि चुनाव से पहले राज्य का दर्जा बहाल किया जाए, लेकिन भाजपा ने हमारी बात नहीं मानी। भाजपा पहले चुनाव करवा रही है, लेकिन हम आश्वासन देते हैं कि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करवा कर रहेंगे।" राहुल गांधी ने इस भाषण के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ उनकी पार्टी की प्रतिबद्धता को दोहराया और राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए अपनी पार्टी की प्राथमिकता को स्पष्ट किया।
अंबानी-अडानी के हाथों में सरकार की कमान
राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के बिजली प्रोजेक्ट्स पर भी टिप्पणी की, यह कहते हुए कि इन प्रोजेक्ट्स का लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में बेरोजगारी फैला रहे हैं और आम जनता की परेशानियों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। राहुल गांधी ने संसद में अडानी और अंबानी के नाम न लेने की सलाह के संदर्भ में कहा, "मुझे कहा गया कि संसद में अडानी और अंबानी का नाम नहीं लेना है, तो मैंने 'A1' और 'A2' लिख दिया।" उन्होंने भाजपा के नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "मोदी, अमित शाह, अंबानी और अडानी साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं," यह इशारा करते हुए कि वे 'हम दो और हमारे दो' के फार्मूले के तहत शासन कर रहे हैं।