मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने कोटा आने वाले छात्रों में तनाव के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसी बीच गंगारामपुर का निवासी राजेंद्र मीना 6 मई से लापता है। पिता द्वारकी गई शिकायत के बाद पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
कोटा न्यूज़: राजस्थान के कोटा शहर में हर साल लाखों छात्र अपना भविष्य संवारने के लिए देश के कोने-कोने से पढ़ाई करने जाते हैं। वहीं मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों में तनाव और प्रेशर के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इनमें कई बच्चे हॉस्टल और पीजी में रहने वाले बच्चे घरवालों को बिना बताए भाग रहे हैं। इस बीच कोटा से एक नया मामला सामने आया है। इसमें NEET UG की तैयारी करने वाला एक 19 वर्षित युवक लापता हो गया है।
घरवालों को किया मैसेज
दरअसल, गंगारामपुर के बामनवास का रहने वाला 19 साल का छात्र राजेंद्र मीना कोटा में मेडिकल की NEET UG की तैयारी कर रहा था। उसके द्वारा की गई शिकायत के अनुसार, राजेंद्र ने घर छुड़ने से पहले अपने बड़े भाई को मैसेज किया था जिसमें लिखा कि ''मुझे अब आगे की पढ़ाई नहीं करनी। मैं 5 साल के लिए घर छोड़कर जा रहा हूं। मम्मी को कहना मेरी फ़िक्र बिलकुल ना करे, मैं कभी गलत कदम नहीं उठाऊंगा, आप सभी को साल में एक बार फोन जरूर करूंगा।''
‘’मैं अपना फोन बेचकर सिम कार्ड तोड़ रहा हूं’’
राजेंद्र ने मैसेज में लिखा, " अब आगे की पढ़ाई नहीं करना चाहता, मेरे पास 8000 रुपये हैं और मैं 5 साल के बाद घर आऊंगा। मैं अपना फोन बेचकर सिम कार्ड तोड़ रहा हूं। मां से कह देना कि वह मेरी चिंता न करें। मैं कोई गलत कदम नहीं उठाऊंगा। मेरे पास सभी के नंबर हैं। अगर जरूरत होगी तो साल में एक बार फोन जरूर करूंगा।"
पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया
छात्र राजेंद्र के पिता द्वारा पुलिस स्टेशन में की गई गुमशुदगी की रिपोर्ट के मुताबिक, राजेंद्र ने 5 मई को NEET की एग्जाम दी थी जिसमें बताया कि उसका पेपर अच्छा रहा। उसके बाद वह 6 मई को अपने बड़े को मैसेज कर लापता हो गया था। वह दोपहर में करीब 1.30 बजे कोटा में अपनी पीजी से निकला था। उसका मैसेज मिलने के बाद, परिवार के सदस्यों ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई। साथ ही उसको ढूंढने के लिए खुद भी प्रयास करने लगे।
पुलिस ने बताया कि फिलहाल, छात्र के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया है, लेकिन पुलिस टीम ने उसे पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि जल्द से जल्द जांच टीम छात्र तक पहुँच जाएगी। इसके लिए अभी तलाशी अभियान जारी है।