Types of Z Plus Security: मोहन भागवत को दी गई जेड प्लस सिक्योरिटी, और किसके पास है ये सुरक्षा? जानें कितनी तरह की होती हैं Z+ सुरक्षा?

Types of Z Plus Security: मोहन भागवत को दी गई जेड प्लस सिक्योरिटी, और किसके पास है ये सुरक्षा? जानें कितनी तरह की होती हैं Z+ सुरक्षा?
Last Updated: 31 अगस्त 2024

आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत को हाल ही में जेड प्लस एएसएल सुरक्षा प्रदान की गई है। यह सुरक्षा स्तर वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी प्राप्त है। Z+ श्रेणी सुरक्षा मुख्य रूप से विभिन्न प्रकारों में विभाजित होती हैं।

नई दिल्ली: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को हाल ही में जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है, जो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा के समकक्ष है। संघ प्रमुख की सुरक्षा अब जेड प्लस एएएसएल के तहत की गई है, जो Z+ सुरक्षा से भी अधिक मजबूत होती है। मोहन भागवत की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय हाल ही में गृह मंत्रालय की समीक्षा बैठक में लिया गया। इस बैठक में यह खुलासा हुआ कि मोहन भागवत की सुरक्षा बीजेपी शासित राज्यों में अच्छी तरह से की जा रही थी, जबकि गैर-भाजपा शासित राज्यों में उनकी सुरक्षा में कमी देखी गई थी। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा को जेड प्लस एएएसएल में परिवर्तित किया गया, जो गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा के बराबर है।आइए जानते हैं कि Z+ श्रेणी के अंतर्गत कितने प्रकार होते हैं और इनमें सुरक्षा कवरेज किस प्रकार का होता हैं?

जेड प्लस सिक्योरिटी के प्रकार

जेड प्लस सुरक्षा कई प्रकार की होती है। प्रत्येक श्रेणी में सुरक्षा कवरेज को अलग-अलग तरीकों से प्रदान किया जाता है। जेड प्लस सुरक्षा में जेड प्लस कवरेज, जेड प्लस विद एनएसजी कवरेज और जेड प्लस विद एएसएल सुरक्षा शामिल हैं। केंद्र सरकार द्वारा देश के अति विशिष्ट व्यक्तियों को उच्च सुरक्षा प्रदान की जाती है, जिसमें X, Y, Y प्लस, Z, और Z प्लस सुरक्षा शामिल हैं। इसके अलावा, एसपीजी की सुरक्षा भी इस श्रेणी में शामिल हैं।

प्रधानमंत्री को मिलती है एसपीजी की सिक्योरिटी

SPG सुरक्षा केवल देश के प्रधानमंत्री के लिए उपलब्ध है। असल में, SPG एक विशिष्ट बल की तरह है, जो केवल प्रधानमंत्री की सुरक्षा का ध्यान रखती है। इसके बाद जेड प्लस श्रेणी की अन्य सुरक्षा सेवाओं का स्थान आता है। प्रत्येक सुरक्षा स्तर में साथ चलने वाले जवानों की संख्या और प्रोटोकॉल से जुड़ी जानकारी निर्धारित होती हैं।

क्या है Z+ ASL सुरक्षा?

एएसएल कवर जेड प्लस सुरक्षा में सबसे विशेष होता है। यह प्रधानमंत्री के एसपीजी कवर की तरह ही होता है। एएसएल का अर्थ है एडवांस सिक्योरिटी लाइजन। इस कवर के तहत सुरक्षा बल व्यक्ति के साथ चलते हैं। जब इस प्रकार की सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति किसी स्थान पर जाता है, तो उसकी सुरक्षा टीम पहले से वहां पहुंचकर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करती है। यह सुरक्षा भारत में केवल कुछ चुनिंदा व्यक्तियों को प्राप्त है। भारत के गृहमंत्री के बाद अब यह जेड प्लस एएसएल सुरक्षा मोहन भागवत को भी मिल चुकी है। खास बात यह है कि इस सुरक्षा व्यवस्था में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) भी शामिल होती हैं।

क्या है जेड प्लस NSG सिक्योरिटी?

जेड प्लस सुरक्षा में एक कवर एनएसजी कवर शामिल होता है। इसमें एनएसजी कमांडो भी शामिल होते हैं। इन कमांडो की जिम्मेदारी सुरक्षाप्राप्त व्यक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुरक्षित पहुंचाना होती है। हालांकि, इस सुरक्षा व्यवस्था में एनएसजी कमांडो घर में सुरक्षाप्राप्त व्यक्ति की सुरक्षा नहीं करते हैं, बल्कि उनकी भूमिका किसी भी अप्रिय घटना से बचाव करना होती हैं।

जेड प्लस सिक्योरिटी

जेड प्लस सुरक्षा की बात करे, तो इसमें कई सुरक्षा जवान शामिल होते हैं। इस श्रेणी में लगभग 36 जवान होते हैं। इनमें से कुछ को एनएसजी, जबकि अन्य को सीआरपीएफ और सीआईएसएफ सुरक्षा प्रदान की जाती है। इसके अलावा, कुछ व्यक्तियों की जेड प्लस सुरक्षा में राज्य पुलिस के जवान भी शामिल होते हैं। जेड प्लस के बाद जेड, वाई प्लस, वाई, एक्स जैसी अन्य श्रेणियाँ आती हैं। इसी अनुसार, मोहन भागवत को जो जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है, वह जेड प्लस एएसएल के अंतर्गत आती है। जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार को केवल जेड प्लस सुरक्षा दी गई हैं।

 

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