प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में विकास परियोजनाएं शुरू कीं, काशीवासियों को संबोधित कर भावुक संदेश दिया और 70 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किए।
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। अपने संबोधन में उन्होंने काशीवासियों को भावनात्मक अंदाज़ में धन्यवाद दिया और काशी से अपने गहरे जुड़ाव को दोहराया।
वरिष्ठ नागरिकों को मिले Ayushman Vay Vandana Cards
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने 70 वर्ष से अधिक आयु के तीन वरिष्ठ नागरिकों – दिनेश कुमार रावत, राजीव प्रसाद और दुर्गावती देवी को आयुष्मान वय वंदना कार्ड प्रदान किए। यह कार्ड Elderly Citizens को Affordable और Accessible Health Services उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दिया जाता है।
GI Tags और Dairy Bonus भी वितरित
प्रधानमंत्री ने रमेश कुमार को बनारसी शहनाई और लखीमपुर खीरी की छिती को थारु इंब्रायडरी का GI प्रमाण पत्र प्रदान किया। इसके साथ ही उन्होंने बनास डेयरी की ओर से प्रदेश के 2.70 लाख दुग्ध उत्पादकों को ₹106 करोड़ का बोनस ऑनलाइन ट्रांसफर किया।
सांस्कृतिक और सामाजिक प्रतीकों का किया उल्लेख
मोदी ने Hanumat Jayanti और Mahatma Jyotiba Phule Jayanti की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि महात्मा फुले ने महिलाओं के आत्मविश्वास और अधिकारों की दिशा में जो काम शुरू किया था, उसे आज सरकार आगे बढ़ा रही है।
काशी के विकास पर प्रधानमंत्री की दृष्टि
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज काशी सिर्फ सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक नहीं, बल्कि पूर्वांचल के Economic Growth का भी केंद्र बन चुकी है। नई परियोजनाएं इस क्षेत्र को Industrial और Social विकास की नई दिशा देंगी।
Dairy Sector में 75% की ग्रोथ का ज़िक्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत Dairy Sector में 75% की ग्रोथ हासिल कर चुका है और अब देश दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बन गया है। उन्होंने "Lakhpati Didis" की कहानी साझा करते हुए बताया कि कैसे महिलाएं अब आत्मनिर्भर बन रही हैं।
डेयरी और पशुपालन को मिल रहा मजबूत सपोर्ट
PM Modi ने कहा कि डेयरी सेक्टर को मिशन मोड में आगे बढ़ाया जा रहा है। पशुपालकों को Kisan Credit Card की सुविधा दी जा रही है, लोन लिमिट बढ़ाई गई है और पशुधन के लिए Free Vaccination Programme भी चल रहा है। 20,000 से अधिक Dairy Cooperative Societies को फिर से सक्रिय किया गया है ताकि अधिक से अधिक लोग संगठित होकर लाभ कमा सकें।