अल्ताफ हुसैन ने पीएम मोदी से पाकिस्तान में रह रहे मुहाजिरों के उत्पीड़न को रोकने की अपील की है। कहा- मोदी जी, आप ही हमारी आखिरी उम्मीद हैं।
United Kingdom: पाकिस्तान में रहने वाले उर्दू बोलने वाले शरणार्थियों, जिन्हें मुहाजिर कहा जाता है, उनकी दशकों से हो रही दुर्दशा अब दुनिया के सामने आने लगी है। पाकिस्तान के निर्वासित नेता और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक भावुक अपील की है। उन्होंने मोदी से आग्रह किया है कि वे मुहाजिरों की दुर्दशा पर ध्यान दें और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए कदम उठाएं। अल्ताफ हुसैन ने कहा कि मोदी ही उनकी आखिरी उम्मीद हैं और भारत को इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाना चाहिए।
लंदन में कार्यक्रम के दौरान की गई अपील
अल्ताफ हुसैन ने लंदन में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से मदद की अपील की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मुहाजिरों के साथ दशकों से भेदभाव और अत्याचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुहाजिरों के खिलाफ पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसियों द्वारा राज्य प्रायोजित हिंसा की जा रही है।
हुसैन ने कहा कि यह भेदभाव 1947 के भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद से ही जारी है, जब लाखों लोग भारत से पाकिस्तान गए थे और उन्हें वहां का नागरिक माना गया था। लेकिन अब भी उन्हें देश का वैध नागरिक नहीं माना जाता और उनके साथ भेदभाव किया जाता है।
क्या कहा अल्ताफ हुसैन ने?
अल्ताफ हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान में मुहाजिर समुदाय को गद्दार और भारत समर्थक कहकर बदनाम किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसियां लगातार MQM के नेताओं और कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही हैं। अल्ताफ ने कहा, "अब तक 25,000 से ज्यादा मुहाजिर मारे जा चुके हैं और हजारों लोग लापता हैं। हमारे लोगों की हत्या कर दी जाती है, हमें जेलों में डाला जाता है, और हमारी संपत्तियां जब्त कर ली जाती हैं। हमें बोलने की आजादी नहीं दी जाती।"
उन्होंने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा, "मोदी जी, आप ही हमारी आखिरी उम्मीद हैं। कृपया हमारी आवाज बनें और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हमारे मुद्दे को उठाएं। हमारी जिंदगी खतरे में है।"
पीएम मोदी की भूमिका पर जताया भरोसा
अल्ताफ हुसैन ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने पहले भी पाकिस्तान में हो रहे बलूच मानवाधिकार उल्लंघनों पर आवाज उठाई थी, जो एक साहसिक कदम था। अब उन्हें मुहाजिर समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए भी ऐसा ही कदम उठाने की जरूरत है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और आरोप
पाकिस्तान की ओर से हमेशा से ही अल्ताफ हुसैन और उनकी पार्टी MQM पर भारत समर्थक होने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। हाल ही में अमेरिका के ह्यूस्टन में एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तानी कॉन्सुल जनरल आफताब चौधरी ने MQM को भारत का एजेंट बताने वाला एक वीडियो दिखाया। अल्ताफ हुसैन ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान हमेशा से ही मुहाजिरों की आवाज दबाने के लिए ऐसे झूठे आरोप लगाता रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का यह रवैया उनके समुदाय की आवाज को दबाने की कोशिश है।
मुहाजिर कौन हैं?
मुहाजिर वे लोग हैं जो 1947 के बंटवारे के दौरान भारत से पाकिस्तान गए थे। इनमें ज्यादातर उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के मुसलमान थे, जिन्होंने पाकिस्तान में जाकर शरण ली। लेकिन अल्ताफ हुसैन का कहना है कि पाकिस्तान में इन्हें कभी पूरी तरह स्वीकार नहीं किया गया। इन्हें हमेशा से दोयम दर्जे का नागरिक माना जाता रहा है।