Pakistan Train Attack: पहाड़ियों के बीच हाईजैक हुई जाफर एक्सप्रेस, अब तक 27 हमलावर ढेर, जानिए पूरा मामला 

Pakistan Train Attack: पहाड़ियों के बीच हाईजैक हुई जाफर एक्सप्रेस, अब तक 27 हमलावर ढेर, जानिए पूरा मामला 
अंतिम अपडेट: 4 घंटा पहले

पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने अब तक 155 बंधकों को बचाया, बीएलए के 27 लड़ाके मारे गए। क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस को बलूच विद्रोहियों ने हाईजैक किया, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी।

Pakistan Train Attack: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस के हाईजैक होने से हड़कंप मच गया। संदिग्ध बलूच आतंकवादियों ने ट्रेन को निशाना बनाया और यात्रियों को बंधक बना लिया। सुरक्षा बलों ने अब तक 155 यात्रियों को बचा लिया है और 27 आतंकवादियों को मार गिराया।

कैसे हुआ जाफर एक्सप्रेस का हाईजैक?मंगलवार दोपहर जाफर एक्सप्रेस जब नौ बोगियों में लगभग 400 यात्रियों को लेकर क्वेटा से पेशावर जा रही थी, तभी गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों के पास एक सुरंग में हथियारबंद आतंकियों ने ट्रेन को रोक लिया। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली।

रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक की सफलता

सुरक्षा बलों ने बंधकों को छुड़ाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। शुरुआती गोलीबारी में 104 यात्रियों को बचाया गया। इनमें 31 महिलाएं, 15 बच्चे और 58 पुरुष शामिल थे। अब तक कुल 155 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है, क्योंकि ट्रेन में अब भी कुछ यात्री फंसे हो सकते हैं।

टनल में फंसी ट्रेन, चुनौती

पूर्ण ऑपरेशनट्रेन जिस सुरंग में रुकी थी, वह अत्यधिक दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है, जहां मोबाइल नेटवर्क भी उपलब्ध नहीं है। यह टनल पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के कच्छी जिले के माच शहर के पास है। सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और आतंकियों को बाहर निकालने की कोशिश जारी है।

बलूच विद्रोहियों की रणनीति

- जैसे ही ट्रेन टनल में पहुंची, घात लगाए आतंकियों ने हमला कर दिया।

- यह क्षेत्र पहाड़ों और सुरंगों से घिरा हुआ है, जहां से भागना मुश्किल है।

- आतंकी अब छोटे-छोटे समूहों में बंटकर भागने की कोशिश कर रहे हैं।

- सुरक्षाबलों ने टनल और आसपास के क्षेत्रों को चारों ओर से घेर लिया है।

सरकारी बयान और सुरक्षा बलों की स्थिति

बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि पहले 80 यात्रियों को बचाया गया था, जिनमें 43 पुरुष, 26 महिलाएं और 11 बच्चे शामिल थे। जिला पुलिस अधिकारी राणा मुहम्मद दिलावर ने कहा कि ट्रेन बोलन दर्रे में स्थित है, जो पहाड़ियों और सुरंगों से घिरा हुआ क्षेत्र है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधाएं आ रही हैं।

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