WHO: अमेरिका के बाद अब अर्जेंटीना ने भी विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर निकलने का किया फैसला, राष्ट्रपति जेवियर ने किया ऐलान

WHO: अमेरिका के बाद अब अर्जेंटीना ने भी विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर निकलने का किया फैसला, राष्ट्रपति जेवियर ने किया ऐलान
अंतिम अपडेट: 4 घंटा पहले

अर्जेंटीना का विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकलने का फैसला एक महत्वपूर्ण और चौंकाने वाली खबर है। राष्ट्रपति जेवियर माइली के प्रवक्ता के अनुसार, देश ने मतभेदों के कारण WHO से बाहर निकलने का आदेश दिया है। यह कदम उस समय उठाया गया है जब पहले ही अमेरिका जैसे देशों ने WHO के साथ अपने संबंधों को लेकर असहमति जताई हैं।

ब्यूनस आयर्स: अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकलने का निर्णय एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के समान प्रतीत होता है। ट्रंप ने 21 जनवरी को अपने पदभार संभालने के पहले ही दिन एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करके अमेरिका को WHO से बाहर करने की प्रक्रिया शुरू की थी।

अर्जेंटीना के राष्ट्रपति ने अपने देश के इस कदम को मतभेदों के आधार पर उठाया है, हालांकि इसके पीछे के विशिष्ट कारणों का अभी पूरी तरह से खुलासा नहीं हुआ है। यह कदम वैश्विक स्वास्थ्य मामलों में एक बड़ा बदलाव हो सकता है, क्योंकि WHO जैसे वैश्विक संगठन से देशों का बाहर निकलना, खासकर महामारी जैसी स्थिति में, वैश्विक सहयोग को प्रभावित कर सकता हैं।

राष्ट्रपति जेवियर ने किया ऐलान

अर्जेंटीना का विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकलने का निर्णय वैश्विक स्वास्थ्य सहयोग पर गहरा असर डाल सकता है। जबकि अर्जेंटीना का WHO को केवल 80 लाख अमेरिकी डॉलर देने का अनुमान था, इसका असर इस संगठन के बजट और उसकी कार्यप्रणाली पर न्यूनतम हो सकता है, लेकिन यह संकेत देता है कि देशों के बीच स्वास्थ्य नीति और महामारी प्रबंधन को लेकर मतभेद बढ़ रहे हैं।

अर्जेंटीना के प्रवक्ता मैनुअल एडोर्नी ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय खासकर कोविड-19 महामारी के दौरान WHO द्वारा अपनाए गए दिशा-निर्देशों के कारण लिया गया। अर्जेंटीना का मानना था कि WHO के दिशानिर्देशों के चलते महामारी के दौरान "मानव जाति के इतिहास में सबसे बड़ा बंद" हुआ, जिससे उनके देश की अर्थव्यवस्था और लोगों की दिनचर्या पर भारी असर पड़ा।

कब लागू होगा राष्ट्रपति जेवियर माइली का निर्णय?

अर्जेंटीना के प्रवक्ता मैनुअल एडोर्नी ने यह स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति जेवियर माइली का निर्णय कब लागू होगा, इसका अभी कोई स्पष्ट समय सीमा नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कुछ देशों के राजनीतिक प्रभाव के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की स्वतंत्रता में कमी आई है। इसका तात्पर्य है कि WHO के निर्णयों और दिशा-निर्देशों में अब बाहरी प्रभावों का असर दिखाई देता है, जो संगठन की स्वतंत्रता और प्रभावशीलता पर सवाल उठा सकते हैं।

डब्ल्यूएचओ एकमात्र वैश्विक संगठन है जिसे गंभीर स्वास्थ्य संकटों, जैसे नई बीमारियों के प्रकोप या पहले से मौजूद स्वास्थ्य खतरों (जैसे इबोला, एड्स और मंकी पॉक्स) पर वैश्विक प्रतिक्रिया समन्वित करने का अधिकार प्राप्त है। हालांकि, WHO के पास देशों को किसी विशेष स्वास्थ्य कार्यवाही के लिए बाध्य करने का अधिकार नहीं है। इस कारण से, WHO के दिशा-निर्देशों और सिफारिशों को कई बार देशों द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान अवहेलना किया जाता हैं।

डब्ल्यूएचओ ने अर्जेंटीना की घोषणा पर विचार करने की बात कही है, जिसका मतलब है कि वे इस निर्णय के संभावित असर और भविष्य के कदमों पर गहराई से विचार करेंगे। 

Leave a comment