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JEE Mains 2025: ओमप्रकाश बेहरा बने टॉपर, परफेक्ट स्कोर के साथ रैंक 1

JEE Mains 2025: ओमप्रकाश बेहरा बने टॉपर, परफेक्ट स्कोर के साथ रैंक 1
अंतिम अपडेट: 9 घंटा पहले

ओडिशा के भुवनेश्वर के ओमप्रकाश बेहरा ने जेईई मेन जनवरी सेशन में 300 में से 300 अंक हासिल कर परफेक्ट स्कोर पाया। बचपन से ही वह पढ़ाई में बेहद होशियार रहे हैं।

एजुकेशन: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने JEE Mains 2025 अप्रैल सेशन का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग परीक्षा में ओडिशा के भुवनेश्वर के रहने वाले ओमप्रकाश बेहरा ने पहला स्थान हासिल किया है। ओमप्रकाश ने जनवरी सेशन में ही परफेक्ट स्कोर 300 में से 300 अंक प्राप्त किए थे, और अप्रैल परीक्षा में भी उनका प्रदर्शन टॉप लेवल पर रहा।

ओमप्रकाश की इस सफलता ने उन्हें देशभर के लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा बना दिया है। उनकी सबसे खास बात यह है कि वे स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करते। उनका मानना है कि मोबाइल फोन से पढ़ाई में फोकस टूटता है, इसलिए उन्होंने खुद को इससे दूर रखा और सिर्फ पढ़ाई पर फोकस किया।

फोन नहीं, फोकस जरूरी: ओमप्रकाश का स्टडी मंत्र

ओमप्रकाश बताते हैं कि उनका कोई सोशल मीडिया अकाउंट नहीं है और वे फोन का इस्तेमाल भी नहीं करते। वे हर दिन लगभग 8 से 9 घंटे सेल्फ स्टडी करते हैं। उनका कहना है, “जो बीत गया, उस पर समय बर्बाद करने के बजाय जो चल रहा है, उस पर ध्यान देना चाहिए।”

वे टेस्ट के बाद खुद का विश्लेषण करते हैं और अपनी गलतियों से सीखने की आदत को सबसे जरूरी मानते हैं।

JEE की तैयारी का तरीका

ओमप्रकाश ने JEE Main और Advanced दोनों के लिए एक स्ट्रैटेजिक प्लान तैयार किया था। उन्होंने बताया कि उन्होंने कोचिंग फैकल्टी की गाइडलाइंस को फॉलो किया और हर टेस्ट को गंभीरता से लिया। उनका मानना है कि केवल पढ़ना काफी नहीं, बल्कि यह समझना भी जरूरी है कि कहां गलत हो रहे हैं। इसलिए हर टेस्ट के बाद वे खुद का एनालिसिस करते थे और गलतियों को दोहराने से बचते थे।

मां ने दी पूरी सपोर्ट, तीन साल से छुट्टी पर हैं

ओमप्रकाश की इस सफलता में उनकी मां स्मिता रानी बेहरा का भी बड़ा योगदान है। वे ओडिशा में कॉलेज में एजुकेशन की लेक्चरर हैं, लेकिन बेटे की पढ़ाई में पूरी तरह साथ देने के लिए बीते तीन साल से छुट्टी पर हैं और कोटा में बेटे के साथ रह रही हैं। मप्रकाश बताते हैं, “मां हमेशा मेरे साथ रहीं, मेरी पढ़ाई का पूरा ध्यान रखा। उनके बिना ये सफलता मुश्किल थी।”

अगला लक्ष्य: IIT मुंबई की CSE ब्रांच

ओमप्रकाश का अगला लक्ष्य JEE Advanced को भी क्लियर कर IIT मुंबई की कंप्यूटर साइंस ब्रांच में एडमिशन लेना है। उन्हें टेक्नोलॉजी में गहरी दिलचस्पी है और वे भविष्य में रिसर्च और इनोवेशन के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं। उनका कहना है कि सिर्फ रैंक लाना ही नहीं, बल्कि उस ज्ञान का उपयोग समाज में कुछ नया और बेहतर करने के लिए करना जरूरी है।

पढ़ाई के साथ शौक भी ज़रूरी

पढ़ाई के अलावा ओमप्रकाश को नॉवेल्स पढ़ना बेहद पसंद है। वे हर महीने एक नई किताब जरूर पढ़ते हैं। यह आदत उन्हें मानसिक रूप से तरोताजा रखती है और थकावट से बचाती है। वे मानते हैं कि पढ़ाई के साथ मानसिक बैलेंस बनाए रखना जरूरी है, तभी फोकस बना रहता है और लंबे समय तक मेहनत की जा सकती है।

10वीं में भी शानदार प्रदर्शन    

ओमप्रकाश बचपन से ही पढ़ाई में तेज रहे हैं। 10वीं कक्षा में उन्होंने 92 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। उनके स्कूल और कोचिंग टीचर्स का कहना है कि ओमप्रकाश हमेशा डेडिकेटेड और अनुशासित छात्र रहे हैं।

जेईई टॉपर्स से सीखने वाली बातें

  • मोबाइल से दूरी बनाए रखें और distractions से बचें
  • डेली सेल्फ स्टडी और टाइम मैनेजमेंट जरूरी
  • टेस्ट के बाद एनालिसिस और सुधार की आदत डालें
  • मेंटली स्ट्रॉन्ग बने रहने के लिए पढ़ाई के साथ अपनी रुचियों को भी समय दें
  • परिवार का सहयोग भी सफलता की कुंजी है

ओमप्रकाश बेहरा की कहानी सिर्फ एक टॉपर की सफलता नहीं, बल्कि एक उदाहरण है कि अगर लगन, अनुशासन और सच्ची मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य नामुमकिन नहीं। बिना किसी तकनीकी भटकाव के, पूरी एकाग्रता और सादगी के साथ उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को टॉप कर दिखाया है।

अब JEE Advanced में भी उनके प्रदर्शन पर पूरे देश की नजरें होंगी। लेकिन इससे पहले ही, उन्होंने लाखों युवाओं को यह सिखा दिया है कि फोन से दूर रहकर भी फोकस और मेहनत के दम पर बड़ा सपना जीता जा सकता है।

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