Dublin

ब्रायन लारा का 400 रन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड: 21 साल से अटूट, बॉलर्स मांगते रहे रहम की भीख!

ब्रायन लारा का 400 रन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड: 21 साल से अटूट, बॉलर्स मांगते रहे रहम की भीख!
अंतिम अपडेट: 9 घंटा पहले

एंटीगा की पिच, तारीख 12 अप्रैल 2004… और सामने थे क्रिकेट के राजा ब्रायन लारा। उस दिन जो हुआ, वह केवल एक बल्लेबाज की पारी नहीं थी, बल्कि क्रिकेट इतिहास में दर्ज हुई एक ऐतिहासिक महाकाव्य थी। वेस्टइंडीज के इस करिश्माई बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलते हुए नाबाद 400 रन बना डाले और आज, 21 साल बाद भी, यह रिकॉर्ड अटूट खड़ा है।

गेंदबाजों की टूटी कमर, लारा का तूफान

इंग्लैंड के गेंदबाजों के लिए वह दिन किसी ख्वाब नहीं, बुरे सपने जैसा था। लारा ने अपनी 582 गेंदों की मैराथन पारी में 43 चौके और 4 गगनचुंबी छक्के जड़ते हुए एक-एक गेंदबाज की लय बिगाड़ दी। विकेटों के बीच उनकी दौड़ और क्रीज पर उनकी पकड़ को देखकर ऐसा लग रहा था मानो वह बल्ले से नहीं, कलम से इतिहास लिख रहे हों।

इस पारी के साथ लारा न सिर्फ एक रिकॉर्ड बनाकर गए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को एक चैलेंज दे गए, क्या कोई बल्लेबाज कभी टेस्ट में 400 रन का आंकड़ा फिर से छू पाएगा? अभी तक इसका जवाब ‘नहीं’ ही है। लारा के बाद कोई बल्लेबाज 400 तो दूर, 390 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया है।

पारी का असर: टीम की ताकत बनी लारा की क्लास

इस मैच में वेस्टइंडीज ने 751/5 पर पारी घोषित की। रिडले जैकब्स ने 107 रन बनाकर लारा का अच्छा साथ निभाया, लेकिन मैच के केंद्र में सिर्फ एक ही नाम था,  ब्रायन चार्ल्स लारा। इंग्लैंड की पहली पारी 285 रनों पर सिमटी और दूसरी में वह 5 विकेट खोकर 422 रन ही बना सके। मैच तो ड्रॉ रहा, लेकिन लारा की पारी ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में स्थायी छाप छोड़ दी।

लारा: रनों की फैक्ट्री

लारा ने अपने करियर में 131 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 52.88 की औसत से 11,953 रन बनाए। 34 शतक और 48 अर्धशतक के साथ वह टेस्ट क्रिकेट के चमकते सितारे रहे। वनडे में भी उन्होंने 10,405 रन अपने नाम किए। लेकिन जो उन्हें कालजयी बनाता है, वह है टेस्ट क्रिकेट में 400 रन की पारी और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 501 का रिकॉर्ड।*

400* नहीं, एक लाराज्ञा!

आज जब हम क्रिकेट के ‘गॉड्स’ की बात करते हैं, तो ब्रायन लारा का नाम अपने आप सबसे ऊपर आता है। 12 अप्रैल 2004 की वह पारी सिर्फ एक पारी नहीं, एक लाराज्ञा (Lara-gna) थी, जिसमें गेंदबाजों की आहें, दर्शकों की तालियां और रिकॉर्ड बुक की इबारतें एक साथ गूंज रही थीं।

Leave a comment