चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी से होगी, जिसकी मेज़बानी पाकिस्तान को दी गई है। हालांकि, बीसीसीआई ने भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इंकार कर दिया है, क्योंकि सरकार इस यात्रा के पक्ष में नहीं है।
BCCI Update: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन अगले साल होना है, लेकिन यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में होगा या नहीं, इस पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट की मेज़बानी सौंपी गई है, लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईसीसी से साफ कहा है कि भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी।
भारत-पाकिस्तान संबंधों में राजनीतिक तनाव का असर
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज नहीं होती है। दोनों टीमें केवल आईसीसी और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के आयोजनों में ही एक-दूसरे के खिलाफ खेलती हैं। भारतीय टीम ने आखिरी बार 2006 में पाकिस्तान का दौरा किया था।
बीसीसीआई का हाइब्रिड मॉडल के लिए सहमति
बीसीसीआई हाइब्रिड मॉडल में टूर्नामेंट खेलने के लिए तैयार है, जिसमें कुछ मैच यूएई में खेले जा सकते हैं। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है और अपनी स्थिति पर अड़ा हुआ है। पीसीबी ने स्पष्ट किया है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में ही होगा। पीसीबी ने आईसीसी से यह भी पूछा है कि भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान का दौरा क्यों नहीं कर रही है।
सुरक्षा चिंता और आतंकवाद का खतरा
बीसीसीआई ने आईसीसी को भेजे गए अपने जवाब में पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाओं का उल्लेख किया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी पाकिस्तान में आतंकवादियों के निशाने पर हो सकते हैं। 2009 में श्रीलंका टीम पर पाकिस्तान में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए बीसीसीआई ने सुरक्षा कारणों को प्रमुख रूप से उठाया है।
आईसीसी के पास तीन विकल्प
इस विवाद के समाधान की जिम्मेदारी अब आईसीसी पर है। आईसीसी के पास तीन विकल्प हैं-
1. चैंपियंस ट्रॉफी को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया जाए, जिससे आईसीसी और पीसीबी को भारी नुकसान हो सकता है।
2. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बीसीसीआई के हाइब्रिड मॉडल प्रस्ताव पर सहमत कर लिया जाए, जिसके तहत टूर्नामेंट के कुछ मैच यूएई में खेले जाएंगे।
3. चैंपियंस ट्रॉफी को पाकिस्तान से बाहर आयोजित किया जाए, जिससे पीसीबी को अपनी टीम की भागीदारी पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।