ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी मिचेल मार्श चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से बाहर हो गए हैं। चोट के कारण उनकी भागीदारी मुश्किल, टीम को अब उनके रिप्लेसमेंट का फैसला जल्द करना होगा।
Champions Trophy 2025: ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी मिचेल मार्श अब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। चोटिल होने के कारण उनकी चैंपियंस ट्रॉफी में भागीदारी अब लगभग नामुमकिन हो गई है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि मार्श इस टूर्नामेंट में खेलते हुए नहीं दिखाई देंगे। हालांकि, उनकी जगह पर अभी तक किसी अन्य खिलाड़ी को टीम में शामिल करने की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही इस बारे में बड़ा फैसला लिया जाएगा।
चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज 19 फरवरी से
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन अब बिल्कुल करीब है और यह 19 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। करीब आठ सालों के बाद इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की वापसी हो रही है, और पाकिस्तान इस बार टूर्नामेंट की मेज़बानी कर रहा है। भारत को छोड़कर बाकी सभी टीमें पाकिस्तान में अपने मैच खेलेंगी, जबकि टीम इंडिया अपने मुकाबले दुबई में खेलेगी। ऑस्ट्रेलिया के लिए इस वक्त बुरी खबर आई है क्योंकि उनकी टीम के अहम खिलाड़ी मिचेल मार्श अब इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
मिचेल मार्श की अहमियत
मिचेल मार्श ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के अहम खिलाड़ी हैं और उनका टीम में होना ऑस्ट्रेलिया के लिए एक ताकत बनता है। वह लोअर आर्डर में बल्लेबाजी करते हैं और जरूरत पड़ने पर गेंदबाजी भी करते हैं, जिससे टीम को अधिक संतुलित और खतरनाक बनाता है। मिचेल मार्श ऑस्ट्रेलिया के लिए तीनों प्रारूपों - टेस्ट, वनडे और टी20 - में खेलते हैं।
मिचेल मार्श के इंटरनेशनल क्रिकेट आंकड़े
मिचेल मार्श के इंटरनेशनल क्रिकेट आंकड़ों की बात करें तो उन्होंने अब तक 93 वनडे मुकाबलों में 2794 रन बनाए हैं। वहीं, 46 टेस्ट मैचों में उन्होंने 2083 रन और 65 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 1629 रन अपने नाम किए हैं। गेंदबाजी में भी उनका प्रदर्शन शानदार है, वनडे में उन्होंने 57 विकेट, टेस्ट क्रिकेट में 51 विकेट और टी20 इंटरनेशनल में 17 विकेट लिए हैं। इन आंकड़ों से यह साफ है कि मिचेल मार्श की चैंपियंस ट्रॉफी में अनुपस्थिति ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ा नुकसान साबित होगी।
ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ा संकट
मिचेल मार्श की चैंपियंस ट्रॉफी में अनुपस्थिति ऑस्ट्रेलिया के लिए एक बड़ा संकट बन चुकी है। उनके जैसे स्टार खिलाड़ी का टीम से बाहर होना टूर्नामेंट के दौरान एक अहम चुनौती साबित हो सकता है, और ऑस्ट्रेलिया को अब उनकी जगह पर एक सशक्त विकल्प ढूंढना होगा।