ब्रायन लारा ने 20 साल पहले, 2004 में टेस्ट क्रिकेट में एक ऐसा अद्वितीय रिकॉर्ड बनाया था, जिसे आज तक कोई खिलाड़ी तोड़ नहीं पाया है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ में खेले गए टेस्ट मैच में 400* रन की नाबाद पारी खेली थी। यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: ब्रायन लारा, क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसा नाम है जो अपने अद्वितीय कौशल और शानदार बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। लारा ने अपने करियर में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए, लेकिन उनका एक रिकॉर्ड आज भी अटूट है। 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ में खेलते हुए, लारा ने टेस्ट क्रिकेट में नाबाद 400 रन बनाकर सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेलने का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। यह रिकॉर्ड आज भी कायम है, और कई बड़े क्रिकेटरों ने इसे तोड़ने की कोशिश की, लेकिन कोई भी इसे पार नहीं कर सका। लारा की इस पारी ने उन्हें क्रिकेट के इतिहास में अमर कर दिया और यह दिखाया कि वह क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में से एक हैं।
आज भी नहीं टूटा लारा का ये रिकॉर्ड
12 अप्रैल 2004 का दिन क्रिकेट इतिहास में अमर हो गया, जब वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा ने इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ रिक्रिएशन ग्राउंड में टेस्ट क्रिकेट का पहला और अब तक का एकमात्र 400 रन बनाने का रिकॉर्ड कायम किया। लारा की यह नाबाद पारी क्रिकेट जगत में एक ऐसा मील का पत्थर साबित हुई, जिसे आज भी कोई खिलाड़ी तोड़ नहीं पाया है। लारा ने इस अविश्वसनीय उपलब्धि को हासिल करने के लिए 582 गेंदें खेलीं और 43 चौके तथा 4 छक्के लगाए। उनकी इस पारी ने न केवल वेस्टइंडीज के क्रिकेट प्रेमियों को गौरवान्वित किया, बल्कि पूरी दुनिया में उन्हें एक क्रिकेटिंग लीजेंड के रूप में स्थापित कर दिया।
इस रिकॉर्ड के करीब कई खिलाड़ी पहुंचे, विशेष रूप से श्रीलंका के महेला जयवर्धने, जिन्होंने 2006 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 374 रनों की पारी खेली। हालांकि, जयवर्धने लारा के 400 रन के रिकॉर्ड को तोड़ने से कुछ रन दूर रह गए। लारा की यह उपलब्धि उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जाती है और 20 साल बीतने के बाद भी यह रिकॉर्ड अटूट बना हुआ हैं।
लारा द्वारा 400 रन बनाने के बाद भी नहीं जीत पाई टीम
वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच 2004 में खेले गए इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में ब्रायन लारा की 400* रनों की पारी भले ही रिकॉर्ड-ब्रेकिंग रही हो, लेकिन वेस्टइंडीज इस मैच को जीत नहीं सका। वेस्टइंडीज के कप्तान लारा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और टीम का पहला विकेट 33 रन पर गिर गया। इसके बाद लारा बल्लेबाजी करने आए और टीम की पारी को संभालते हुए शानदार प्रदर्शन किया। लारा ने धीरे-धीरे अपनी पारी को बढ़ाते हुए दूसरे और तीसरे दिन भी क्रीज पर अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी। तीसरे दिन के अंत में, जब उन्होंने अपने 400 रन पूरे किए, तो वेस्टइंडीज का स्कोर 751/5 हो चुका था। इसके बाद लारा ने तुरंत पारी घोषित कर दी।
यह पारी किसी एक बल्लेबाज द्वारा टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है, जो आज भी एक रिकॉर्ड है। इसके बाद इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी और उनकी पहली पारी 285 रनों पर सिमट गई, जिससे वे फॉलोऑन खेलने पर मजबूर हुए। दूसरी पारी में इंग्लैंड ने बेहतर प्रदर्शन किया और 5 विकेट खोकर 422 रन बनाए, जिससे मैच ड्रॉ हो गया। लारा की रिकॉर्ड-ब्रेकिंग पारी के बावजूद, यह मैच परिणाम के दृष्टिकोण से वेस्टइंडीज के लिए संतोषजनक नहीं था। हालांकि, लारा की इस अविश्वसनीय पारी ने उन्हें हमेशा के लिए क्रिकेट के इतिहास में अमर कर दिया।