पर्थ टेस्ट से ठीक एक दिन पहले देवदत्त पडिक्कल की भारतीय टीम में एंट्री ने क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। शुभमन गिल की चोट के कारण उन्हें टीम में जगह मिली है, और अब यह संभावना जताई जा रही है कि वे नंबर तीन पर खेलते हुए नजर आ सकते हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने जा रहा है। बीसीसीआई ने पहले ही टीम का ऐलान कर दिया था, और रोहित शर्मा को छोड़कर बाकी टीम के सदस्य इस वक्त पर्थ में हैं। अब जबकि सीरीज के पहले मैच में ज्यादा वक्त नहीं बचा है, एक नए खिलाड़ी की एंट्री ने सबका ध्यान आकर्षित किया हैं।
देवदत्त पडिक्कल को टीम में शामिल किया गया है, हालांकि किसी खिलाड़ी को स्क्वाड से बाहर नहीं किया गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि प्लेइंग इलेवन में उनका नाम शामिल होता है या नहीं, और क्या वे अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत इस महत्वपूर्ण सीरीज से करते हैं।
बीसीसीआई ने की देवदत्त के नाम की घोषणा
बीसीसीआई ने कुछ देर पहले घोषणा की कि देवदत्त पडिक्कल को भारतीय टीम के स्क्वाड में पहले टेस्ट के लिए शामिल किया गया है। देवदत्त, जो एक बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, ने 2024 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन इसके बाद उन्हें टीम में जगह नहीं मिली थी। अब, शुभमन गिल की इंजरी के कारण उनकी वापसी हो रही है, जैसा कि पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि पडिक्कल को पहले टेस्ट मैच में खेलने का मौका मिल सकता हैं।
पडिक्कल की यह वापसी भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे एक मजबूत बल्लेबाज हैं और उनके पास घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन का अनुभव है। उनकी एंट्री से भारतीय टीम की बल्लेबाजी में और भी मजबूती आ सकती है, खासकर अगर उन्हें नंबर तीन पर मौका मिलता हैं।
खुद को साबित करने देवदत्त को मिला सुनहरा मौका
देवदत्त पडिक्कल ने अपना पहला टेस्ट मार्च 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में खेला था, जहां उन्होंने नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए 65 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली थी। उस समय, वे विराट कोहली की जगह टीम में आए थे और चार नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नजर आए थे। अब, इस बार वे शुभमन गिल की जगह टीम में शामिल हुए हैं और इस बात की संभावना है कि वे नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए दिखाई दें।
पिछले कुछ समय से देवदत्त भारत ए के साथ ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ खेल रहे थे, और उन्होंने पहले मैच की दूसरी पारी में 88 रन की अच्छी पारी खेली थी। हालांकि, इसके बाद वे बड़े स्कोर बनाने में सफल नहीं हो सके। वह काफी समय से ऑस्ट्रेलिया में हैं और वहां की परिस्थितियों से अच्छी तरह परिचित हैं, यही कारण है कि उन्हें भारतीय टीम में मौका दिया गया हैं।