भारतीय टीम ने सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज का चौथा और आखिरी मुकाबला 135 रनों से जीतकर सीरीज 3-1 से अपने नाम कर ली। इस मैच में भारतीय खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में एकतरफा प्रदर्शन किया। बल्लेबाजों ने आक्रामक शुरुआत करते हुए बड़ा स्कोर खड़ा किया, जिसमें कप्तान सूर्यकुमार यादव की अहम भूमिका रही।
स्पोर्ट्स न्यूज़: सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ चार मैचों की टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले को 135 रनों के बड़े अंतर से जीतते हुए सीरीज 3-1 से अपने नाम की। यह मुकाबला जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में खेला गया, जहां भारतीय कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।
भारतीय टीम की ओर से संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए नाबाद शतकीय पारियां खेलीं, जिससे टीम ने 20 ओवरों में सिर्फ एक विकेट के नुकसान पर 283 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम लक्ष्य का पीछा करने में पूरी तरह असफल रही और 18.2 ओवरों में मात्र 148 रनों पर ढेर हो गई। गेंदबाजी में भारतीय टीम के लिए अर्शदीप सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके।
अफ्रीका टीम की करारी हार
एडेन मार्करम की कप्तानी में साउथ अफ्रीकी टीम का इस टी20 सीरीज में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा, खासकर बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में। सीरीज के आखिरी मुकाबले में अफ्रीकी गेंदबाजों की जमकर पिटाई हुई, जिससे भारतीय टीम 20 ओवरों में 283 के विशाल स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही। लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम की शुरुआत बेहद खराब रही, जहां उन्होंने अपने शुरुआती चार विकेट मात्र 10 रनों पर गंवा दिए।
पूरी टीम 18.2 ओवरों में केवल 148 रन बनाकर सिमट गई। यह साउथ अफ्रीका की टी20 इंटरनेशनल इतिहास की सबसे बड़ी हार है, इससे पहले उन्हें पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 111 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, भारत के लिए यह टी20 इंटरनेशनल में रनों के अंतर के मामले में तीसरी सबसे बड़ी जीत हैं।
भारत ने रचा इतिहास
इस टी20 सीरीज में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा, जहां बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में खिलाड़ियों ने अपने कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया। बल्लेबाजी में तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने कमाल दिखाया। तिलक ने चार पारियों में 140 के औसत से 280 रन बनाए, जिसमें उनकीConsistency और आक्रामकता देखने लायक थी। संजू सैमसन ने भी 72 के औसत से कुल 216 रन बनाए, जिसमें कई महत्वपूर्ण पारियां शामिल थीं।
गेंदबाजी में वरुण चक्रवर्ती ने अपनी स्पिन का जादू चलाते हुए चार मैचों में 11.50 के औसत से 12 विकेट झटके और विपक्षी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया। उनके साथ अर्शदीप सिंह ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और सीरीज में कुल 8 विकेट चटकाए।