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IPL 2025 Playoffs: तय हुईं टॉप-4 टीमें, अब पहले दो पायदान के लिए होगी जंग

आईपीएल 2025 अब रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है, और प्लेऑफ की चार टीमें तय हो चुकी हैं। हालांकि लीग चरण 27 मई तक चलेगा, लेकिन उससे पहले ही यह स्पष्ट हो गया है कि छह टीमें टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं और चार टीमें खिताबी रेस में आगे बढ़ गई हैं।

IPL 2025 Playoff Teams: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 अपने अंतिम दौर में है और इस बार का लीग चरण काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। कई बड़े उलटफेरों और कड़ी टक्कर के बाद अब प्लेऑफ की चार टीमें तय हो चुकी हैं। गुजरात टाइटंस, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, पंजाब किंग्स और मुंबई इंडियंस ने टॉप-4 में अपनी जगह पक्की कर ली है। हालांकि खिताबी दौड़ अब असली मोड़ पर पहुंच चुकी है, जहां पहले और दूसरे स्थान के लिए जबरदस्त टक्कर देखने को मिलेगी।

चार टीमों ने किया प्लेऑफ में प्रवेश

इस सीजन कुल दस टीमों ने मैदान में उतरकर खिताब के लिए संघर्ष किया, लेकिन अंततः सिर्फ चार टीमों ने प्लेऑफ की टिकट हासिल की। गुजरात टाइटंस फिलहाल अंकतालिका में 18 अंकों के साथ पहले पायदान पर काबिज है। वहीं, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स दोनों के पास 17-17 अंक हैं, लेकिन बेहतर नेट रन रेट के चलते आरसीबी को दूसरा स्थान मिला है। मुंबई इंडियंस की टीम 13 मैचों में 16 अंकों के साथ चौथे पायदान पर है और उसके पास अब सिर्फ एक मुकाबला बाकी है।

पहले दो स्थान की होड़ में रोमांच चरम पर

अब जबकि प्लेऑफ की तस्वीर साफ हो चुकी है, असली मुकाबला शीर्ष दो स्थानों के लिए होगा। इसका कारण भी वाजिब है। IPL के नियमों के मुताबिक, अंकतालिका की टॉप-2 टीमें क्वालिफायर-1 में आमने-सामने होती हैं और जो टीम जीतती है, वह सीधे फाइनल में पहुंचती है। हारने वाली टीम को एलिमिनेटर जीतने वाली टीम के खिलाफ क्वालिफायर-2 में एक और मौका मिलता है। इसका मतलब है कि टॉप-2 में रहना फाइनल में पहुंचने का शॉर्टकट है।

यही वजह है कि गुजरात, आरसीबी और पंजाब अब बाकी बचे अपने-अपने दो मुकाबलों में पूरा दम लगाकर शीर्ष दो में बने रहने या चढ़ने की कोशिश करेंगी। वहीं मुंबई इंडियंस को अपने अंतिम मैच में न केवल जीत चाहिए, बल्कि नेट रन रेट के मामले में भी बाकी टीमों से बेहतर प्रदर्शन करना होगा।

निचली टीमों की भूमिका अब बन सकती है निर्णायक

भले ही छह टीमें प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं, लेकिन उनकी भूमिका अब भी खत्म नहीं हुई है। अक्सर देखा गया है कि बाहर हो चुकी टीमें शीर्ष की टीमों के लिए खेल बिगाड़ देती हैं। अब जब इन टीमों के पास खोने को कुछ नहीं बचा है, तो वे और अधिक बेफिक्र होकर मैदान में उतरेंगी और बड़े उलटफेर की संभावनाएं बनी रहेंगी।

इसका असर सीधे-सीधे टॉप-2 की लड़ाई पर पड़ेगा। अगर इन टीमों में से किसी ने किसी टॉप टीम को हरा दिया, तो वह टीम अंकतालिका में नीचे खिसक सकती है, जिससे क्वालिफायर-1 का टिकट हाथ से निकल सकता है।

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