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ZIM vs BAN 1st Test: 6 साल का सूखा खत्म, बांग्लादेश में जिम्बाब्वे की ऐतिहासिक टेस्ट जीत

ZIM vs BAN 1st Test: 6 साल का सूखा खत्म, बांग्लादेश में जिम्बाब्वे की ऐतिहासिक टेस्ट जीत
अंतिम अपडेट: 7 घंटा पहले

जिम्बाब्वे ने टेस्ट क्रिकेट में एक ऐसी जीत हासिल की, जो सिर्फ स्कोरबोर्ड पर नहीं, इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई। सिलहट इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट में जिम्बाब्वे ने मेजबान बांग्लादेश को 3 विकेट से हरा दिया। यह जीत बांग्लादेश की सरज़मीं पर उन्हें पूरे छह साल बाद नसीब हुई है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: जिम्बाब्वे ने बांग्लादेश के खिलाफ उसकी सरज़मीं पर जबरदस्त प्रदर्शन कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। टेस्ट रैंकिंग में 12वें पायदान पर मौजूद जिम्बाब्वे की टीम ने 9वें नंबर की बांग्लादेश को पहले टेस्ट में 3 विकेट से हराकर न केवल टेस्ट सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली, बल्कि चार साल बाद टेस्ट क्रिकेट में जीत का स्वाद भी चखा। इससे पहले जिम्बाब्वे को आखिरी टेस्ट जीत मार्च 2021 में अफगानिस्तान के खिलाफ मिली थी। बांग्लादेश में भी यह जिम्बाब्वे की छह साल बाद पहली टेस्ट जीत है, जो इस टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

इस मुकाबले में जिम्बाब्वे को जीत के लिए 174 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने चौथे दिन अंतिम सेशन में हासिल कर लिया। कप्तान क्रेग एर्विन के नेतृत्व में टीम ने धैर्य और जुझारूपन दिखाया, और यह एर्विन की बतौर कप्तान पहली टेस्ट जीत रही। इस ऐतिहासिक जीत के हीरो बने युवा सलामी बल्लेबाज़ ब्रायन बेनेट, जिन्होंने पहली पारी में 57 और दूसरी पारी में 54 रनों की दो बेहद अहम पारियां खेलीं।

पहली पारी में शुरुआती बढ़त

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी बांग्लादेश की टीम पहली पारी में 191 रन पर ही ढेर हो गई। जिम्बाब्वे के गेंदबाजों ने अनुशासित गेंदबाज़ी का प्रदर्शन किया और बांग्लादेश को कभी भी खुलकर खेलने नहीं दिया। इसके जवाब में जिम्बाब्वे ने ब्रायन बेनेट (57) और सीन विलियम्स (66) की शानदार पारियों की बदौलत 273 रन बनाए और 82 रनों की अहम बढ़त हासिल की।

दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक बांग्लादेश दूसरी पारी में 1 विकेट खोकर 57 रन बना चुका था। तीसरे दिन बारिश ने बाधा जरूर डाली, लेकिन बांग्लादेश के बल्लेबाज़ शंटो और मोमीनुल हक ने वापसी की कोशिश की। हालांकि, जिम्बाब्वे के गेंदबाज़ ब्लेसिंग मुजरबानी ने 51 रन देकर तीन विकेट लेकर विपक्षी टीम की लय बिगाड़ी। चौथे दिन बांग्लादेश की पूरी टीम 255 रन पर सिमट गई और जिम्बाब्वे को 174 रनों का टारगेट मिला।

बेनेट बने हीरो, शुरुआती साझेदारी ने रखी नींव

जवाबी पारी में जिम्बाब्वे की शुरुआत शानदार रही। ब्रायन बेनेट और बेन करन के बीच पहले विकेट के लिए 95 रनों की साझेदारी हुई। करन 44 रन बनाकर आउट हुए लेकिन बेनेट ने एक और अर्धशतक (54) जड़कर टीम की नींव मजबूत कर दी। हालांकि बीच के ओवरों में लगातार विकेट गिरने से एक समय टीम दबाव में आ गई थी, लेकिन मधेवेरे और मसाकाद्जा ने संयम दिखाया।

145 रनों पर 6 विकेट गिरने के बाद ऐसा लग रहा था कि मैच बांग्लादेश के पक्ष में झुक सकता है, लेकिन वेस्ली मधेवेरे ने 28 रनों की नाबाद पारी खेली और रिचर्ड न्गारावा के साथ मिलकर टीम को जीत की दहलीज़ पार कराई। जिम्बाब्वे ने आखिरकार 3 विकेट से मैच जीत लिया और दो मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली।

क्रेग एर्विन को पहली टेस्ट जीत का स्वाद

कप्तान के रूप में क्रेग एर्विन की यह पहली टेस्ट जीत है और इससे उनके नेतृत्व कौशल को भी मान्यता मिली है। इस जीत ने जिम्बाब्वे क्रिकेट के आत्मविश्वास को नया जीवन दिया है। जिम्बाब्वे की इस जीत की सबसे खास बात थी उनकी संतुलित गेंदबाज़ी और सूझबूझ से भरी बल्लेबाज़ी। जहां एक ओर गेंदबाज़ों ने बांग्लादेश को बड़े स्कोर से रोकने का काम किया, वहीं बल्लेबाज़ों ने हालात के हिसाब से अपने खेल को ढाला।

बांग्लादेश के लिए यह हार निश्चित रूप से चिंता का विषय होगी, खासकर तब जब उन्हें अपनी घरेलू ज़मीन पर एक कम रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा हो। इस हार के बाद बांग्लादेश को अपनी रणनीतियों पर फिर से विचार करना होगा।

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