पर्थ हॉकी स्टेडियम पर खेले गए मुकाबले में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए नवनीत कौर के द्वारा 21वें मिनट में किए गए एकमात्र गोल की बदौलत जीत हासिल की। नवनीत कौर का यह गोल निर्णायक साबित हुआ।
Women's Hockey: भारतीय महिला हॉकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर अपनी शानदार जीत दर्ज की और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपने अभियान का समापन किया। पर्थ हॉकी स्टेडियम पर रविवार को खेले गए इस निर्णायक मुकाबले में भारत के लिए नवनीत कौर ने 21वें मिनट में मैच का एकमात्र गोल किया, जो अंत में निर्णायक साबित हुआ। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने एकमात्र जीत के साथ अपने दौरे को समाप्त किया, जिससे टीम का मनोबल ऊंचा हुआ है।
मैच का रोमांच और नवनीत कौर का निर्णायक गोल
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए इस मैच में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाया। पहले क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने दबदबा बनाने की कोशिश की और दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए, लेकिन भारतीय टीम के मजबूत डिफेंस ने उन्हें गोल करने का मौका नहीं दिया। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में भारत ने जोरदार वापसी की और नवनीत कौर ने 21वें मिनट में मैदानी गोल के माध्यम से भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। नवनीत कौर ने इस मैच में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। यह गोल मैच का एकमात्र गोल साबित हुआ और भारत की जीत का कारण बना।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ संघर्ष
भारतीय महिला हॉकी टीम ने इस दौरे पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना किया था। इससे पहले भारत को ऑस्ट्रेलिया से तीन मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था। भारत को पहले तीन मई और फिर एक मई को क्रमशः 0-2 और 2-3 से हार मिली थी। इसके बाद भारत ने अपने पांचवें और अंतिम मैच में अपनी रणनीति को पूरी तरह से लागू किया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पहली जीत हासिल की। यह जीत टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि इससे उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण मिला।
मजबूत डिफेंस और संयम
इस मैच में भारतीय महिला टीम के डिफेंस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पहले क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने पेनल्टी कॉर्नर के दो मौके बनाए, लेकिन भारतीय टीम ने इन्हें रोककर अपनी मजबूती का परिचय दिया। नवनीत कौर के गोल के बाद भारतीय टीम ने अच्छे संयम के साथ अपनी बढ़त को बनाए रखा और ऑस्ट्रेलिया को कोई मौका नहीं दिया। अंतिम क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन उन्होंने इस मौके को गंवा दिया, जिससे भारत को अपनी बढ़त बनाए रखने में मदद मिली।
भारत के इस दौरे में कई चुनौतियां आईं, लेकिन टीम ने अपनी कड़ी मेहनत और संघर्षशीलता से अंततः जीत हासिल की। इस जीत ने टीम की क्षमता और आत्मविश्वास को मजबूत किया है, जो आगामी प्रतियोगिताओं के लिए एक सकारात्मक संकेत है।