अमेरिका के कैलिफोर्निया में भारतीय सेना और अमेरिकी सेना की टीमों के बीच एक रोमांचक मैच का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय सेना की टीम ने 13-10 के स्कोर के साथ जीत हासिल की। यह मुकाबला न केवल दोनों देशों के बीच दोस्ती को बढ़ावा देने का एक अवसर था, बल्कि खेल की भावना को भी दर्शाता हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: कैलिफोर्निया (यूएसए) के लेकसाइड पोलो क्लब में 05 अक्टूबर 2024 को भारतीय सेना और यूएस मिलिट्री के बीच एरेना पोलो टेस्ट मैच का आयोजन किया गया। इस मुकाबले में भारतीय सेना की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 13-10 से जीत हासिल की। यह मैच 2019 के बाद से भारतीय सेना का पहला अंतरराष्ट्रीय अनुभव था, और उन्होंने इसे यादगार बना दिया। भारतीय खिलाड़ियों की उत्कृष्ट खेल भावना और तकनीक ने उन्हें इस मैच में विजेता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैच के अंत में अमेरिकी सेना के खिलाड़ियों और यूएस पोलो एसोसिएशन (यूएसपीए) के अधिकारियों ने भारतीय सेना की टीम को जीत के लिए बधाई दी, जो दो देशों के बीच सहयोग और खेल की भावना को दर्शाता हैं।
भारत ने यूएस मिलिट्री को 13-10 से दी मात
भारतीय सेना की एरेना पोलो टीम, जिसमें लेफ्टिनेंट कर्नल पृथ्वी सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल यतिंदर कुमार, मेजर मृत्युंजय सिंह, और लेफ्टिनेंट कर्नल आरके गौतम (रिजर्व) शामिल थे, ने अमेरिकी सैन्य कर्मियों की टीम को हराकर एक शानदार जीत हासिल की। यह मैच वायु सेना और मरीन कॉर्प्स के बीच एक बेहद प्रतिस्पर्धात्मक मुकाबला था, जिसमें भारतीय सेना ने 13-10 के स्कोर से विजय प्राप्त की।
हालांकि, भारतीय सेना के एक खिलाड़ी, मेजर मृत्युंजय सिंह, को दूसरे चुक्कर में चोट लग गई, लेकिन उन्होंने चौथे चुक्कर तक खेलने का साहस दिखाया। अंततः, जब वह और खेल नहीं सके, तब उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल आरके गौतम द्वारा प्रतिस्थापित किया गया। इस मैच ने न केवल खेल की भावना को प्रदर्शित किया, बल्कि भारतीय सेना की टीम की दृढ़ता और प्रतिबद्धता को भी उजागर किया।
भारतीय सेना का शानदार प्रदर्शन
भारतीय सेना के अधिकारियों ने इस एरेना पोलो टेस्ट मैच में मैदान के अंदर और बाहर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिससे उन्होंने एक उच्च क्षमता वाली अमेरिकी टीम को हराने में धैर्य और दृढ़ संकल्प का परिचय दिया। अमेरिकी सेना के खिलाड़ियों और यूएसपीए अधिकारियों ने भारतीय सेना की टीम को उनकी मजबूत घुड़सवारी के लिए बधाई दी, जिससे खेल की प्रतिस्पर्धा को और भी बढ़ाया गया।
इस मौके पर टीम के साथ बीएमसी सलाहकारों के अध्यक्ष श्री ब्रिजेश माथुर और भारतीय सेना के एक अधिकारी कर्नल विक्रमजीत सिंह काहलों भी उपस्थित थे। यह मैच भारतीय सेना की टीम के लिए 2019 के बाद पहला अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन था, और उन्होंने अपनी खेल क्षमता को साबित करते हुए संगठन की उम्मीदों पर खरा उतरने का काम किया।