गुकेश डी और डिंग लिरेन के बीच का मुकाबला रोमांचक स्थिति में पहुंच गया है। 69 चालों के बाद दोनों खिलाड़ियों ने ड्रॉ पर सहमति जताई, जिससे दोनों के 6.5-6.5 अंक हो गए हैं। अब प्रतियोगिता का परिणाम तय करने के लिए दोनों को विजेता बनने के लिए 1 अंक की आवश्यकता हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन के बीच विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 13वें दौर का मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इस बाजी में दोनों खिलाड़ियों ने 69 चालों के बाद सहमति जताई। अब दोनों के स्कोर 6.5-6.5 हो गए हैं, और अंतिम बाजी से पहले मुकाबला रोमांचक मोड़ पर हैं। 32 वर्षीय डिंग लिरेन ने शुरुआती बाजी जीतकर बढ़त बनाई थी, लेकिन 18 वर्षीय गुकेश ने तीसरी बाजी जीतकर स्कोर बराबर कर लिया।
इसके बाद दोनों खिलाड़ियों ने लगातार सात ड्रॉ खेले। हालांकि, 11वीं बाजी में गुकेश ने जीत हासिल कर 6-5 की बढ़त बनाई थी, लेकिन डिंग लिरेन ने 12वें मुकाबले में जीत दर्ज कर स्कोर फिर से बराबर कर दिया। अब निर्णायक 14वीं बाजी में विजेता का फैसला होगा, जिसमें दोनों को 1 अंक की आवश्यकता हैं।
गुकेश और लिरेन के बीच कड़ा मुकाबला
18 वर्षीय डी गुकेश ने सफेद मोहरे से खेलते हुए अपनी शुरुआती चाल में किंग पॉन चाल का प्रयास किया, लेकिन उन्हें फिर से डिंग लिरेन के पसंदीदा फ्रेंच डिफेंस का सामना करना पड़ा। गुकेश ने शुरुआत में कुछ नए मूव अपनाए, लेकिन लिरेन ने जल्दी ही खेल में अपनी पकड़ बनाई। चीन के खिलाड़ी ने शुरुआती चरण में बहुत समय लिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि सफेद मोहरों के लिए स्थिति कठिन हो सकती है और मौके कम होंगे।
जैसे-जैसे बाजी आगे बढ़ी, बीच की चालों से यह साफ हो गया कि मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा है। गुकेश को यह अच्छे से समझ में आ गया था कि यह उनका आखिरी मौका हो सकता है, इसलिए उन्होंने हर संभव प्रयास किया और मौके का फायदा उठाने की कोशिश की। हालांकि, लिरेन ने संयम बनाए रखते हुए जरूरत पड़ने पर गुकेश को परेशानी में डालते हुए उन्हें चुनौती दी।
इस मुकाबले में डिंग लिरेन ने फ्रेंच डिफेंस को अपनाया, जो कि उन्होंने पहले भी पहली बाजी में उपयोग किया था और उसी के जरिए जीत हासिल की थी। इस बार भी उनका यह रक्षात्मक खेल बहुत प्रभावी रहा। लिरेन ने अपनी सातवीं चाल को चलने में 17 मिनट और आठवीं चाल को चलने में 37 मिनट का समय लिया, जो कि काफी समय था, लेकिन इसके बाद उन्होंने खुद को समय की कमी से उबार लिया और खेल को संतुलित बनाए रखा।