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Table Tennis: शरत कमल ने लिया संन्यास, पढ़ें शानदार करियर की उपलब्धियां

Table Tennis: शरत कमल ने लिया संन्यास, पढ़ें शानदार करियर की उपलब्धियां
अंतिम अपडेट: 2 दिन पहले

टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल का अंतरराष्ट्रीय करियर शनिवार को समाप्त हो गया। डब्ल्यूटीटी स्टार कंटेंडर टूर्नामेंट के प्री-क्वार्टर फाइनल में हमवतन स्नेहित सुरवज्जुला से हारने के बाद शरत का सफर थम गया।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत के महान टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने शनिवार को पेशेवर टेबल टेनिस करियर को अलविदा कह दिया। डब्ल्यूटीटी स्टार कंटेंडर टूर्नामेंट के अंतिम-16 मैच में हमवतन स्नेहित सुरवज्जुला से हारने के बाद शरत का अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त हो गया। वाइल्ड कार्ड धारक स्नेहित ने शरत को सीधे तीन गेम में 11-9, 11-8, 11-9 से हराया। इस हार के बाद शरत ने भावुक होकर अपने करियर को अलविदा कहा।

संन्यास के बाद क्या बोले शरत कमल?

42 वर्षीय शरत कमल ने कहा, "कहीं न कहीं मुझे लगा कि अब बस बहुत हुआ। मैंने खिलाड़ी के तौर पर अपना काम कर दिया है। अब मैं कोर्ट के दूसरी तरफ से खेल को कुछ वापस देने की संभावना तलाशना चाहता हूं।" उन्होंने यह भी कहा कि वह अब प्रशासनिक भूमिका निभाना चाहेंगे। शरत ने कहा, "एक खिलाड़ी के रूप में मैंने देश के लिए जो कर सकता था, वह किया। अब मैं कोच, मेंटर या प्रशासक के रूप में खेल को आगे बढ़ाने में योगदान देना चाहता हूं।"

शानदार करियर की उपलब्धियां

शरत कमल का नाम भारतीय टेबल टेनिस के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने कुल 13 पदक जीते हैं, जिसमें सात स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य शामिल हैं। शरत 2022 बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुष एकल में 16 साल बाद स्वर्ण जीतने में सफल रहे थे। इससे पहले उन्होंने 2006 में स्वर्ण पदक जीता था।

शरत कमल राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के तीसरे सबसे सफल एथलीट हैं। उनसे अधिक पदक सिर्फ निशानेबाज जसपाल राणा (15 पदक) और समरेश जंग (14 पदक) ने जीते हैं। शरत ने 2018 जकार्ता एशियन गेम्स में पुरुष टीम और मिश्रित युगल में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा 2021 दोहा एशियन चैंपियनशिप में भी कांस्य जीतकर उन्होंने अपना नाम दर्ज कराया।

मानव ठक्कर का ऐतिहासिक प्रदर्शन

शरत कमल के संन्यास की खबर के बीच एक और भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मानव ठक्कर ने इतिहास रच दिया। 24 वर्षीय मानव ठक्कर डब्ल्यूटीटी स्टार कंटेंडर सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए। उन्होंने जर्मनी के आंद्रे बर्टेल्समेयर और दक्षिण कोरिया के ओलंपिक पदक विजेता लिम जोंग-हून को मात दी।

दिन के अंत में पुरुष युगल में दक्षिण कोरिया के लिम जोंग-हून और एन जे-ह्युन ने जापान के तोमोकाजू हरिमोटो और सोरा मत्सुशिमा को 11-4, 11-13, 11-2, 11-3 से हराकर खिताब पर कब्जा किया। वहीं, महिला युगल फाइनल में जापान की मिवा हरिमोटो और मियू किहारा ने दक्षिण कोरिया की शिन यू-बिन और रयू हन्ना को 9-11, 11-9, 13-11, 12-14, 11-5 से पराजित कर खिताबी जीत दर्ज की।

शरत का योगदान कभी नहीं भूला जाएगा

शरत कमल के संन्यास के साथ भारतीय टेबल टेनिस के एक युग का अंत हो गया। उन्होंने अपने खेल कौशल और समर्पण से भारतीय टेबल टेनिस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। अब उनके प्रशंसक उन्हें एक नए रूप में देखना चाहेंगे—चाहे वह कोच हो, मेंटर हो या प्रशासक। खेल को उनकी विरासत और प्रेरणा हमेशा याद रहेगी।

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