जनरल इंश्योरेंस सेक्टर की प्रमुख कंपनी निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस का 2,200 करोड़ रुपये का आईपीओ आज, 7 नवंबर से खुल गया है। निवेशक इस आईपीओ में 11 नवंबर तक बोली लगा सकते हैं। कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए 70 से 74 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। यह आईपीओ निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है, खासकर हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में बढ़ती मांग के बीच।
नई दिल्ली: जनरल इंश्योरेंस सेक्टर की प्रमुख कंपनी निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज से खुल गया है। इस आईपीओ के तहत कंपनी 2,200 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। निवेशक इस आईपीओ में 11 नवंबर तक बोली लगा सकते हैं। कंपनी ने आईपीओ के लिए 70 रुपये से 74 रुपये का प्राइस बैंड निर्धारित किया है।
जानें कंपनी की स्थापना और स्वामित्व संरचना
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस की स्थापना 2008 में हुई थी। यह एक ज्वाइंट वेंचर है, जिसे बुपा ग्रुप और फेटल टोन एलएलपी ने मिलकर शुरू किया था। पहले इस कंपनी का नाम मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस था, जिसे बाद में बदलकर निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कर दिया गया। इस स्वास्थ्य बीमा कंपनी में बूपा सिंगापुर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड की 62.19% और फेटल टोन एलएलपी की 26.8% हिस्सेदारी है।
एंकर निवेशकों से जुटाए 990 करोड़ रुपये
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस के आईपीओ में एंकर निवेशकों के लिए बोली लगाने की तारीख 6 नवंबर थी, और इस दौर में कंपनी को 990 करोड़ रुपये जुटाने में सफलता मिली। इस दौरान, देशी और विदेशी निवेशकों ने इस आईपीओ में पैसे लगाए हैं।
बीएसई की वेबसाइट पर अपलोड किए गए सर्कुलर के अनुसार, प्रमुख विदेशी निवेशकों में जूलिया इन्वेस्टमेंट्स पीटीई, अमांसा होल्डिंग्स, ए91 इमर्जिंग फंड II एलएलपी, मॉर्गन स्टेनली, फिडेलिटी और गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल शामिल हैं। वहीं, निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड (एमएफ), एक्सिस एमएफ, टाटा एमएफ और डीएसपी एमएफ जैसे प्रमुख भारतीय म्यूचुअल फंड्स ने भी इसमें निवेश किया है।
कंपनी का प्लान
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 70-74 रुपये प्रति शेयर तय किया है। इस आईपीओ में 800 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, प्रोमोटर्स द्वारा 1,400 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश (OFS) भी की जाएगी।
कंपनी ने पहले 3,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन बाद में इश्यू का आकार घटाकर 2,200 करोड़ रुपये कर दिया गया। यह कदम कंपनी की वित्तीय रणनीति के तहत उठाया गया, जिससे उसे बाजार में बेहतर प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है।
रिजर्वेशन के तहत इन निवेशकों को मिलेगा हिस्सा
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस के आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए 75%, रिटेल निवेशकों के लिए 10%, और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए 15% शेयरों का हिस्सा रिजर्व किया गया है।
शेयर अलॉटमेंट: 12 नवंबर 2024 को किया जा सकता है।
रिफंड प्रोसेस: 13 नवंबर 2024 को होगा।
शेयर ट्रांसफर: सफल आवेदकों के डीमैट अकाउंट में 13 नवंबर को शेयर्स ट्रांसफर किए जाएंगे।
शेयर लिस्टिंग: बीएसई और एनएसई पर 14 नवंबर 2024 को हो सकती है।
Niva Bupa IPO निवेशकों के लिए एक मजबूत अवसर
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के रिसर्च एनालिस्ट राजन शिंदे का मानना है कि निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस का आईपीओ निवेशकों को भारत के सबसे तेजी से बढ़ते स्टैंडअलोन स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं में से एक में निवेश करने का एक मजबूत अवसर प्रदान करता है। उनका कहना है कि कंपनी का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो, रणनीतिक नवाचार और डिजिटल प्रगति इसे और भी आकर्षक बनाती है।
राजन शिंदे के अनुसार, कंपनी ने उच्च-मार्जिन, उच्च-एलटीवी उत्पादों के कारण अपने खुदरा स्वास्थ्य व्यवसाय में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है। साथ ही, कंपनी परिचालन दक्षता को प्रदर्शित करते हुए औसत टिकट आकार बढ़ाने और दावा अनुपात में सुधार करने में सफल रही है।
उनका यह भी मानना है कि जो निवेशक लांग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह आईपीओ एक अच्छा अवसर हो सकता है।
क्या है जीएमपी (ग्रे मार्केट प्रीमियम)
7 नवंबर की सुबह, निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस के आईपीओ के लिए ग्रे मार्केट में जीएमपी (ग्रे मार्केट प्रीमियम) शून्य कोट किया जा रहा था। इसका मतलब है कि इस समय ग्रे मार्केट में इस आईपीओ की कोई प्रीमियम कीमत नहीं मिल रही है। इनवेस्टरगेन डॉट कॉम के मुताबिक, इस आईपीओ का अपर बैंड 74 रुपये है, और संभावना जताई जा रही है कि यही प्राइस आईपीओ के लिए तय हो सकता है।
डिस्क्लेमर: इस विश्लेषण में दिए गए सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, और NBT के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें, क्योंकि शेयर बाजार की परिस्थितियां तेजी से बदल सकती हैं।