सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर में जोरदार उछाल देखा गया, जो अपने पिछले बंद के मुकाबले 3 प्रतिशत बढ़कर 1,304.45 रुपये तक पहुंच गए। इस दौरान लगातार दूसरे दिन बायर्स सक्रिय नजर आए और शेयर में मजबूत खरीददारी हुई। यह तेजी निवेशकों के बीच कंपनी के सकारात्मक प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं के प्रति बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र चुनाव परिणामों के बाद सोमवार को मुकेश अंबानी की नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 3 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली। यह उछाल ब्रोकरेज फर्म सिटी द्वारा स्टॉक पर 'बाय' रेटिंग और टार्गेट प्राइस को अपडेट करने के बाद आई। सिटी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में रिलायंस के रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार और टेलीकॉम सेक्टर, खासकर Jio में विकास की संभावना को ध्यान में रखते हुए टार्गेट प्राइस में वृद्धि की है। सिटी का मानना है कि हाल की गिरावट के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
RIL शेयरों का टार्गेट प्राइस बढ़ा
सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर अपने पिछले बंद से 3 प्रतिशत बढ़कर 1,304.45 रुपये पर पहुंच गए, जहां इंट्राडे हाई देखने को मिला। यह लगातार दूसरे दिन निवेशकों द्वारा एक्टिव खरीदी की वजह से हुआ। ब्रोकरेज फर्म सिटी ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में रिलायंस के शेयरों को 'बाय' रेटिंग दी है और 1530 रुपये का टार्गेट प्राइस सेट किया है।
ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, कंपनी के मजबूत रिफाइनिंग मार्जिन और Jio के 5G नेटवर्क विस्तार से रिलायंस के शेयरों को आगामी समय में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
RIL के प्रदर्शन पर सिटी ने किए ये अहम अनुमान
सिटी ब्रोकरेज ने अपनी हालिया रिपोर्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के रिफाइनिंग मार्जिन के साथ-साथ Jio की मजबूत स्थिति को भी प्रमुख रूप से हाईलाइट किया है। ब्रोकरेज का मानना है कि Jio अपने डेटा प्राइस को बढ़ाने या बढ़ते 5G नेटवर्क के प्रभावी मोनेटाइजेशन से महत्वपूर्ण लाभ उठा सकता है, जिससे भारत के टेलीकॉम सेक्टर में इसकी नेतृत्व क्षमता और मजबूत होगी।
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि आने वाले कुछ समय में रिलायंस के रिटेल सेक्टर के प्रदर्शन पर दबाव देखा जा सकता है, जिससे कंपनी के समग्र प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।
सितंबर तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का नेट प्रॉफिट 9.4% बढ़ा
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 30 सितंबर को समाप्त हुई तिमाही के लिए 9.4% की बढ़ोतरी के साथ 16,563 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। इस वृद्धि का मुख्य कारण टेलीकॉम और रिटेल सेक्टरों में मजबूत प्रदर्शन है।
कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू भी 2.35 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही के 2.36 लाख करोड़ रुपये से थोड़ी सी कमी दर्शाता है। यह आंकड़े रिलायंस के लिए सकारात्मक संकेत हैं, खासकर जब देखा जाए कि कंपनी के प्रमुख सेक्टरों में निरंतर मजबूती बनी हुई है।