Stock Market Crash: शेयर बाजार में कोहराम, सेंसेक्स-निफ्टी रिकॉर्ड हाई से 10% नीचे, निवेशकों में हड़कं

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सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार गिरावट जारी है, जो अपने ऑल टाइम हाई से 10% नीचे कारोबार कर रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ फैसले और एफआईआई बिकवाली से बाजार दबाव में है।

Stock Market Crash: घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार (10 फरवरी) को लगातार चौथे दिन भी गिरावट जारी रही। बीएसई सेंसेक्स 671 अंक या 0.8% से अधिक गिरकर 77,189 के निचले स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 202 अंक गिरकर 23,357.6 पर आ गया। सेंसेक्स और निफ्टी अपने ऑल टाइम हाई से लगभग 10% नीचे कारोबार कर रहे हैं।

किन शेयरों में हुई सबसे ज्यादा गिरावट?

सोमवार को बाजार में कई प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स के टॉप लूजर्स में टाटा स्टील, पावर ग्रिड, ज़ोमैटो, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), बजाज फाइनेंस, टाइटन कंपनी, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और सन फार्मा शामिल रहे। इन कंपनियों के शेयरों में 1% से 3.6% तक की गिरावट आई।

वहीं, निफ्टी पर जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंडाल्को, बीपीसीएल, ओएनजीसी, कोल इंडिया, श्रीराम फाइनेंस, सिप्ला, डॉ रेड्डीज, अदानी एंटरप्राइजेज और ट्रेंट जैसे स्टॉक्स टॉप पर रहे। हालांकि, ब्रॉडर मार्केट में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 1.5% और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 1.7% गिर गए।

शेयर बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण

1. डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ वॉर, मेटल स्टॉक्स में गिरावट

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्टील टैरिफ पर दिए गए बयान ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका स्टील और एल्युमीनियम एक्सपोर्ट करने वाले देशों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा कर सकता है। इस खबर के बाद स्टील शेयरों में भारी गिरावट आई।

इंट्राडे कारोबार में निफ्टी मेटल इंडेक्स 3% फिसलकर 8,348 के निचले स्तर पर पहुंच गया। इंडिविजुअल स्टॉक्स में वेदांता के शेयर 4.4%, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) 4%, टाटा स्टील 3.27% और जिंदल स्टील 2.9% तक गिर गए।

2. ट्रंप की ‘जैसे को तैसा’ की चेतावनी

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका पर टैरिफ लगाने वाले देशों के खिलाफ वह भी जवाबी टैरिफ लगाएंगे। यह बयान चीन द्वारा अमेरिकी सामानों पर 10-15% प्रतिशोधात्मक टैरिफ लगाने के बाद आया। इससे निवेशकों की अनिश्चितता बढ़ी और बाजार पर दबाव बना।

3. बड़े पैमाने पर बिकवाली

निवेशक अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स में बिकवाली कर रहे हैं। केवल निफ्टी FMCG इंडेक्स 0.5% बढ़ा, जबकि अन्य इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई।

निफ्टी मेटल इंडेक्स: 3% गिरावट

निफ्टी रियल्टी इंडेक्स: 2.47% गिरावट

निफ्टी मीडिया इंडेक्स: 2% गिरावट

निफ्टी फार्मा इंडेक्स: 1.8% गिरावट

निफ्टी PSU बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स: 1% गिरावट

निफ्टी बैंक इंडेक्स: 0.8% गिरावट

4. बॉन्ड यील्ड में वृद्धि

10 साल की अवधि वाले भारत सरकार के बॉन्ड यील्ड में सोमवार को 2% की वृद्धि हुई और यह 6.83% तक पहुंच गया। निवेशक इक्विटी की तुलना में बॉन्ड जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 7 फरवरी, 2025 को रेपो दर में 25 बेसिस पॉइंट (BPS) की कटौती करने के बाद बॉन्ड यील्ड में इजाफा देखा गया।

5. FIIs की बिकवाली और डॉलर इंडेक्स का असर

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा भारतीय शेयर बाजार में लगातार बिकवाली जारी है। फरवरी में अब तक उन्होंने 10,179 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए हैं। बढ़ते डॉलर इंडेक्स और रुपये में गिरावट के कारण FIIs की बिकवाली बढ़ी है। सोमवार को भारतीय रुपया 87.92 प्रति अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया।

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