Waaree Energies सोलर पैनल निर्माण के लिए जानी जाती है। जून 2023 तक, कंपनी के पास 12 गीगावाट की कुल स्थापित क्षमता है, और इसका मुख्य ध्यान PV मॉड्यूल की मैन्युफैक्चरिंग पर है। Waaree Energies का IPO इन फंड्स का उपयोग सोलर सेल और सोलर PV मॉड्यूल निर्माण के लिए नए प्लांट स्थापित करने में करेगी। आइए, इस IPO की सभी महत्वपूर्ण जानकारियों पर एक नज़र डालते हैं।
नई दिल्ली: वारी एनर्जीज लिमिटेड (Waree Energies IPO) से जुड़ी सभी जानकारियां सामने आ गई हैं। यह वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज की पैरेंट कंपनी है, जिसने पिछले पांच साल में 67,000% से अधिक रिटर्न देकर तहलका मचाया है। इसका प्राइस बैंड 1,427 से 1,503 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है, जो इसके अनलिस्टेड प्राइस से 45% कम है।
इसका मतलब है कि वारी एनर्जीज का आईपीओ तगड़ा रिटर्न देने की संभावना रखता है। वर्तमान में अनलिस्टेड मार्केट में वारी के शेयर 2,700 से 2,750 रुपये के बीच हैं, जबकि अगस्त 2023 में यह लगभग 800 रुपये प्रति शेयर पर थे। यह दर्शाता है कि एक साल में इस स्टॉक ने लगभग 300% की वृद्धि की है।
अनलिस्टेड स्टॉक में तेजी
शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों को विश्वास है कि वारी एनर्जीज के स्टॉक की एक्सचेंज पर धमाकेदार एंट्री होगी। इस उम्मीद के चलते वारी के अनलिस्टेड शेयरों की कीमतों में भारी उछाल आया है। दिलचस्प बात यह है कि ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम 1,280 रुपये है, जो इसके प्राइस बैंड से लगभग 85% अधिक है।
वारी एनर्जीज ने प्राइस बैंड कम क्यों रखा?
वारी एनर्जीज इकलौती कंपनी नहीं है जिसने अनलिस्टेड मार्केट में चल रहे शेयर मूल्य से कम प्राइस बैंड निर्धारित किया है। इससे पहले, एजीएस ट्रांजैक्ट, यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, पीबी फिनटेक और टाटा टेक्नोलॉजीज ने भी अपने आईपीओ प्राइस बैंड को अनलिस्टेड शेयरों के मूल्य से कम पर रखा था।
उदाहरण के लिए, पीबी फिनटेक ने आईपीओ प्राइस बैंड 940-980 रुपये प्रति शेयर तय किया, जबकि शेयर आईपीओ से पहले लगभग 1,900 रुपये प्रति शेयर पर थे। इसी तरह, टाटा टेक ने 475-500 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड निर्धारित किया, जो इसके गैर-सूचीबद्ध बाजार मूल्य 950 रुपये प्रति शेयर से लगभग 47.4% कम था। इन कंपनियों के शेयरों ने भी शानदार लिस्टिंग गेन दिया था।
वारी एनर्जीज के आईपीओ की महत्वपूर्ण जानकारी
वारी एनर्जीज का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 21 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक खुलेगा। म्यूचुअल फंड जैसे बड़े निवेशकों के लिए एंकर बिडिंग 8 अक्टूबर से शुरू होगी। शेयर अलॉटमेंट 24 अक्टूबर को होगा, और 25 अक्टूबर को रिफंड और डीमैट खातों में शेयर क्रेडिट किए जाएंगे। वारी एनर्जीज की एनएसई और बीएसई पर लिस्टिंग 28 अक्टूबर को होने की उम्मीद है।
इस आईपीओ में 3,600 करोड़ रुपये का नया इश्यू है, जबकि मौजूदा शेयरधारक और प्रमोटर ऑफर फॉर सेल के तहत 48 लाख शेयरों की बिक्री करेंगे। आईपीओ के अपर प्राइस बैंड के अनुसार कुल इश्यू साइज लगभग 4,321 करोड़ रुपये होगा, और कंपनी का कुल मार्केट कैप लगभग 43,000 करोड़ रुपये होगा।
वारी एनर्जीज: कंपनी की गतिविधियां और उत्पाद
वारी एनर्जीज वास्तव में Waaree Renewable Technologies की पैरेंट कंपनी है, जिसने पिछले पांच साल में 67,000% से अधिक का रिटर्न प्रदान किया है। इसके शेयर नवंबर 2020 में लगभग 2 रुपये के स्तर पर थे, और चार साल में यह 3 रुपये तक पहुंच गया। वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजी का ऑलटाइम हाई 3,037.75 रुपये था, जो मई 2024 में दर्ज किया गया। हालांकि, उस उच्चतम स्तर से इसमें काफी करेक्शन हुआ है, और वर्तमान में यह लगभग 1,700 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है।
वारी एनर्जीज मुख्य रूप से सोलर पैनल बनाने के लिए जानी जाती है और इसे सौर उद्योग की टॉप कंपनियों में से एक माना जाता है। जून 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी के पास 12 गीगावाट की कुल स्थापित क्षमता है, और इसका फोकस PV मॉड्यूल की मैन्युफैक्चरिंग पर है। Waaree Energies के आईपीओ के माध्यम से जुटाए गए फंड का उपयोग ओडिशा में 6GW (गीगावाट) की इंगोट वेफर, सोलर सेल और सोलर PV मॉड्यूल निर्माण प्लांट स्थापित करने में किया जाएगा।