एमसीएक्स (MCX) पर सोने की कीमतें लगातार 7वें हफ्ते बढ़त के साथ बंद होने की ओर बढ़ रही हैं। यह साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान आई जबरदस्त तेजी के बाद सबसे लंबी रैली मानी जा रही हैं।
बिजनेस न्यूज़: एमसीएक्स (MCX) पर सोने की कीमतें आज गिरावट के साथ 85,715 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुलीं। कारोबार के शुरुआती घंटों में सोने का भाव 85,690 रुपये के इंट्राडे लो तक गिरा, लेकिन बाद में रिकवरी दिखाते हुए 85,890 रुपये के इंट्राडे हाई को छू लिया। हालांकि, कमजोर शुरुआत के बावजूद सोने की कीमतें लगातार 7वें हफ्ते बढ़त के साथ बंद होने के लिए तैयार हैं। यह 2020 में कोरोना महामारी के दौरान आई रैली के बाद सोने की सबसे लंबी तेजी होगी।
खबर लिखे जाने तक, 4 अप्रैल की डिलीवरी वाला सोना 0.26% की गिरावट के साथ 85,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, कमजोर डॉलर, और निवेशकों के सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ते रुझान के चलते सोने की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती हैं।
ट्रंप की टैरिफ नीति से सोने की कीमतों में उछाल
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटी) सौमिल गांधी के अनुसार, गुरुवार को सोना नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से सोने की सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में मांग बढ़ी। ट्रंप ने बुधवार को घोषणा की कि वे अगले महीने या उससे पहले टिंबर, ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और फार्मा सेक्टर पर नए टैरिफ लगाएंगे।
इससे वैश्विक व्यापार युद्ध (Global Trade War) के बढ़ने की आशंका बढ़ गई, जिससे निवेशक सुरक्षित संपत्तियों की ओर रुख कर रहे हैं। बाजार में अनिश्चितता के कारण सोने की कीमतों में तेजी बनी हुई है और आगे भी उछाल जारी रहने की संभावना है।
गुरुवार को राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई, लेकिन इसके बावजूद सोना अपने नए लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया। 99.9% शुद्धता वाले सोने की कीमत 50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 89,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। 99.5% शुद्धता वाला सोना भी 50 रुपये की तेजी के साथ 89,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा।
बुधवार को 99.9% शुद्धता वाला सोना 89,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. सोने की कीमतों में इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण वैश्विक बाजार में सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ता रुझान, डॉलर में कमजोरी, और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी को माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने के दाम और बढ़ सकते हैं।