अडानी समूह के सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने एक बयान में कहा कि अडानी समूह की 11 पब्लिक कंपनियों और उनकी सहायक कंपनियों में से किसी पर भी अमेरिका के न्याय विभाग द्वारा दायर किए गए मामले में कोई आरोप नहीं हैं।
नई दिल्ली: अडानी समूह के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने हाल ही में अडानी समूह पर लग रहे रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर एक स्पष्ट बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि अडानी समूह की 11 सार्वजनिक कंपनियों या उनकी सहायक कंपनियों में से किसी पर भी अमेरिका के न्याय विभाग द्वारा दायर मामलों में आरोप नहीं लगाए गए हैं। इस बयान से समूह ने अपने खिलाफ उठ रहे सवालों का जवाब दिया और आरोपों को खारिज किया।
अडानी समूह की कंपनियां आरोपों से मुक्त
जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने अपने बयान में साफ किया कि अडानी समूह की 11 सार्वजनिक कंपनियां और उनके सहायक संस्थान अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस द्वारा दायर मामलों में आरोपी नहीं हैं। इस बयान से उन्होंने उन रिपोर्ट्स को खारिज किया, जिनमें अडानी समूह की कंपनियों को मामले में नामजद किया गया था।
सिंह ने कहा, "अडानी समूह की 11 पब्लिक कंपनियों में से किसी भी एक पर भी अमेरिका में कोई आरोप नहीं लगाया गया है।" उन्होंने इसे स्पष्ट करते हुए कहा कि यह सारी चर्चा और आरोप केवल एक कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी के एक कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित हैं, जो कंपनी के कुल कारोबार का महज 10% है।
अडानी ग्रीन एनर्जी के कॉन्ट्रैक्ट को लेकर आरोप
अडानी समूह के खिलाफ जो आरोप उठाए गए हैं, वे मुख्य रूप से अडानी ग्रीन एनर्जी के एक कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े हुए हैं। हालांकि, यह भी कहा गया है कि इस मामले में उठाए गए सवाल उस कंपनी के कुल कारोबार का महज 10% ही हैं। जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि यह विवाद एक छोटे हिस्से से संबंधित है और समूह इस पर आगे की जानकारी जल्द ही देगा।
सेंसेशनल खबरों पर उठाया सवाल
जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने अपनी पोस्ट में कहा कि मीडिया में अडानी समूह से संबंधित कई खबरें चल रही हैं, जो असंबंधित तथ्यों को उठाकर हेडलाइन बनाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कई रिपोर्ट्स ने जानबूझकर बिना सटीक जानकारी के सनसनीखेज खबरें प्रसारित की हैं, जिससे भ्रम पैदा हुआ है।
उन्होंने कहा, "हम इस पूरे मामले की कानूनी समीक्षा कर रहे हैं और जल्द ही इसका विस्तार से जवाब देंगे।" सिंह ने स्पष्ट किया कि अडानी समूह को पूरी उम्मीद है कि उनका पक्ष सही साबित होगा।
कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेगा अडानी समूह
अडानी समूह ने इस पूरे मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करेगा। समूह ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि वे इस विवाद से पार पा सकेंगे। अडानी समूह ने कहा, "हम कानूनी तौर पर इस मामले में जवाब देंगे और हमारी प्रतिक्रिया इस मुद्दे से संबंधित सभी पहलुओं को कवर करेगी।"
क्या थे आरोप?
अडानी समूह के खिलाफ यह विवाद 21 नवंबर 2024 को सामने आया, जब खबरें आईं कि अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी और अडानी ग्रीन एनर्जी के निदेशकों पर अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और जस्टिस डिपार्टमेंट ने रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद अडानी समूह ने तुरंत अपनी प्रतिक्रिया दी और सभी आरोपों को खारिज कर दिया।