गैस कंपनियों को 31 दिसंबर के आदेश से मिलेगा बड़ा मुनाफा, जानें कैसे

गैस कंपनियों को 31 दिसंबर के आदेश से मिलेगा बड़ा मुनाफा, जानें कैसे
Last Updated: 9 घंटा पहले

सरकार ने 31 दिसंबर के आदेश से शहर गैस वितरण कंपनियों को सस्ती गैस की आपूर्ति बढ़ाई। इससे इन कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि होगी और सीएनजी कीमतें स्थिर रहेंगी।

OIL Company: सरकार ने शहरों में गैस सप्लाई करने वाली कंपनियों को सस्ती गैस की आपूर्ति बढ़ा दी है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL), अदाणी-टोटल, और महानगर गैस लिमिटेड (MGL) जैसी प्रमुख गैस वितरण कंपनियों ने हाल ही में यह जानकारी शेयर बाजारों को दी है। इससे पहले 2024 में इन कंपनियों को गैस आवंटन में कमी का सामना करना पड़ा था, जिससे सीएनजी के दाम में वृद्धि हुई थी। अक्टूबर और नवंबर में सरकार ने गैस के सीमित उत्पादन के कारण शहरी गैस वितरण विक्रेताओं को एपीएम गैस की आपूर्ति में 40% तक कटौती कर दी थी, जिसके परिणामस्वरूप सीएनजी के दाम में वृद्धि हुई।

सरकार का 31 दिसंबर का आदेश

31 दिसंबर 2024 को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने अपने आदेश के जरिए गैस आवंटन का पुनर्संयोजन किया। मंत्रालय ने गैस उत्पादन को फिर से व्यवस्थित करते हुए एलपीजी उत्पादन के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की गेल और ओएनजीसी को गैस आपूर्ति में कमी करने का आदेश दिया। इसके बाद गैस की कुछ मात्रा शहरी गैस वितरण कंपनियों को स्थानांतरित की गई। मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, कुल 25.5 करोड़ मानक घनमीटर गैस का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 12.7 करोड़ मानक घनमीटर गैस को सीएनजी और पाइप वाली रसोई गैस (पीएनजी) के लिए आवंटित किया गया है।

गैस वितरण कंपनियों का बयान 

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) ने अपने बयान में कहा कि 16 जनवरी 2025 से घरेलू गैस आवंटन में 31% की वृद्धि हुई है, जिससे सीएनजी खंड में घरेलू गैस की हिस्सेदारी 37% से बढ़कर 51% हो जाएगी। इसके साथ ही कंपनी ने लगभग 10 लाख मानक घनमीटर प्रतिदिन आयातित एलएनजी के साथ प्रतिस्पर्धी कीमत पर करार भी किया है, जिससे कंपनी के मुनाफे पर सकारात्मक असर पड़ेगा।

अदाणी-टोटल गैस लिमिटेड ने कहा कि उसके एपीएम गैस आवंटन में 16 जनवरी 2025 से 20% की वृद्धि की गई है। इस वृद्धि के बाद कंपनी ने उम्मीद जताई है कि इससे अंतिम उपभोक्ताओं के लिए खुदरा कीमतें स्थिर रहेंगी और कंपनी को सकारात्मक असर होगा।

महानगर गैस लिमिटेड ने बताया कि एपीएम गैस के आवंटन में 26% की वृद्धि हुई है, जिससे सीएनजी के लिए आवंटन 37% से बढ़कर 51% हो गया है।

गेल और ओएनजीसी को उच्च-मूल्य वाली गैस का उपयोग

गेल और ओएनजीसी को नए क्षेत्रों से उत्पादित उच्च-मूल्य वाली गैस का उपयोग करना होगा या फिर आयातित तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) पर निर्भर रहना पड़ेगा। इन कंपनियों द्वारा उत्पादित एलपीजी को भारतीय तेल निगम (IOC) जैसी पेट्रोलियम वितरण कंपनियों को दिया जाता है, जो इसका उपयोग घरों में रसोई गैस सिलेंडर के वितरण के लिए करती हैं।

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