गणेश वंदना
हे एकदंत विनायकं, तुम हो जगत के नायकं।
बुद्धि के दाता हो तुम, माँ पार्वती के जानकं।।
ॐ हरि ॐ
गणपति है वक्रतुण्डं, एकदंतं गणपति है।
कृष्णपिंगाक्षं गणपति, गणपति गजवक्त्रंम्।।
हे एकदंत विनायकं, तुम हो जगत के नायकं।
ॐ हरि ॐ
गणपति लम्बोदरं है, विकटमेव भी है गणपति।
विघ्नराजेंद्रम गणपति, हो तुम्ही धूम्रवर्णम्।।
हे एकदंत विनायकं, तुम हो जगत के नायकं।
बुद्धि के दाता हो तुम, माँ पार्वती के जानकं।।
ॐ हरि ॐ
भालचंद्रं गणपति है, विनायक भी गणपति है।
गणपति एकादशं है, द्वादशं तू गजाननम्।।
हे एकदंत विनायकं, तुम हो जगत के नायकं।
ॐ हरि ॐ