Vastu Tips: घर में इन चूजों को रखें तुलसी से दूर, वरना आएगी दरिद्रता, तुलसी संबंधी वास्तु नियमों का रखें ध्यान

Vastu Tips: घर में इन चूजों को रखें तुलसी से दूर, वरना आएगी दरिद्रता, तुलसी संबंधी वास्तु नियमों का रखें ध्यान
Last Updated: 13 अगस्त 2024

माना जाता है कि का पौधा हरा-भरा है वहां कभी भी सुख-समृद्धि की कमी नहीं होता है। ऐसे ही हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्त्व है। मान्यता है कि तुलसी का पौधा हर विपत्ति से घर और उसमें रहने वाले लोगों की रक्षा करता है। लेकिन बता दें कि अगर तुलसी संबंधी कुछ वास्तु नियमों का ध्यान नहीं रखा तो  घर में गरीबी बढ़ती है और साथ ही व्यक्ति को वास्तु दोष का सामना करना पड़ता है।

Vastu Tips: हिंदू धर्म के अनुसारघर में तुलसी का पौधा लगाना बेहद ही शुभ होता है। शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि घर में तुलसी का पौधा रखने से घर में सभी प्रकार के संकट टल जातें हैं और वहां रहने वाले लोगों की रक्षा करता है। इसलिए हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व रहता है।

तुलसी के पौधे से घर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचयन होता है। भारत में तुलसी के पौधे की पूजा - अर्चना की जाती है। वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है जिन्हें तुलसी के पास रखने से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में.... 

तुलसी से दूर रखें शिवलिंग

हिंदू धर्म के अनुसार, जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां पर कभी भी शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, पूर्वजन्म में तुलसी का नाम वृंदा था, जो जालंधर नाम के एक रक्षक की पत्नी थी। भगवान शिव ने तुलसी के पति का वध किया था, जिसके फलस्वरूप, शिव पूजन में तुलसी का इस्तेमाल नहीं करते हैं और ही शंख से शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं। तभी से शवजी को तुलसी से दूर रखा जाता है। 

जूते - चप्पलों को रखें दूर

वास्तु के मुताबिक, तुलसी को लक्ष्मी माता का स्वरूप माना जाता है। इसलिए तुलसी के आस-पास कभी भी जूते या चप्पल नहीं रखने चाहिए। इससे तुलसी अपवित्र हो जाती है। माना जाता है कि तुलसी के पास जूते-चप्पल रखने से माता लक्ष्मी का अपमान होता है।  इससे घर में कंगाली आती है।

तुलसी और गणेश जी साथ पूजन ना करें

शास्त्र के अनुसार, तुलसी के साथ गणेशजी का पूजन नहीं करना चाहिए. कथा में बताया गया था कि, एक बार गणेशजी ने तुलसी का विवाह प्रस्ताव ठुकरा दिया था। उनका कहना था कि वो ब्रह्मचारी हैं। ये सुनकर तुलसी ने नाराज होकर उन्हें दो विवाह का श्राप दिया था। इसके बाद गणेश जी ने भी तुलसी को एक राक्षस से विवाह का श्राप दे दिया। इसलिए, गणेश पूजन में भी तुलसी का इस्तेमाल नहीं किया जाता।

तुलसी के पास भूलकर भी रखें झाड़ू

बता दें कि हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा बहुत ही पवित्र माना जाता है। इसकी हर दिन घर में पूजा की जाती है। जबकि, झाड़ू का इस्तेमाल हम घर की गंदगी को साफ करने या साफ-सफाई के लिए करते हैं। इसलिए तुलसी के पौधे के पास भूलकर भी झाड़ू नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता आने लगती है।

तुलसी को कांटेदार पौधों से रखें दूर

वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी के पास कभी भी कांटेदार पौधे नहीं रखने चाहिए। इस वजह से घर में कंगाली आने की संभावना रहती है। साथ ही घर में क्लेश की स्थिति बन जाती है। बताया गया है कि गुलाब का पौधा रख सकते हैं, लेकिन उससे दूरी बनाकर।

इस दिन भूलकर भी तोड़े तुलसी का पत्ता

शास्त्रों में कहा गया है कि, कुछ खास दिनों में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। जैसे एकादशी, रविवार, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण और खास तौर पर रात के समय तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है। इसलिए भूलकर भी इन दिनों में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।

 

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