15 मई 2025 से शनि ग्रह सूर्य पर वक्र दृष्टि डालेंगे, जो ज्योतिष के अनुसार शुभ नहीं मानी जाती। इससे जीवन में कई दिक्कतें आ सकती हैं, खासकर उन राशियों के लिए जो इस ग्रह योग से प्रभावित हो रही हैं। शनि की सूर्य पर दृष्टि के कारण कुछ राशियों में पारिवारिक रिश्तों में तनाव, मानसिक परेशानियां और आर्थिक उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। आइए जानते हैं कौन सी राशियां इससे प्रभावित हो सकती हैं और कैसे इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
वृषभ राशि
15 मई के बाद, जब सूर्य की स्थिति बदलेंगी और शनि की वक्र दृष्टि बनेगी, तो वृषभ राशि के जातकों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर पारिवारिक जीवन में तनाव बढ़ सकता है, और रिश्तों में खटास आ सकती है। इस दौरान, विशेष रूप से पिता के साथ रिश्तों में सुधार लाने के लिए आपको थोड़ी मेहनत और समझदारी से काम लेना होगा। साथ ही, क्रोध पर नियंत्रण रखना बेहद जरूरी होगा, क्योंकि बिना सोचे-समझे गुस्से में लिए गए फैसले आपकी स्थिति को और बिगाड़ सकते हैं। आर्थिक मोर्चे पर भी उतार-चढ़ाव की संभावना है, इसलिए हर कदम फूंक-फूंककर उठाना होगा।
उपाय: रोजाना भगवान शिव की पूजा करें और 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करें। इसके अलावा, बड़ों का आशीर्वाद लेना भी लाभकारी रहेगा।
तुला राशि
15 मई के बाद, जब शनि सूर्य पर वक्र दृष्टि डालेंगे, तब तुला राशि के जातकों को करियर के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय, आपकी मेहनत पर ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है, जिससे काम में रुकावटें आ सकती हैं। किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय से पहले अच्छी तरह सोचें और सलाह लेने से न हिचकिचाएं। अगर आप जॉब बदलने का सोच रहे हैं, तो किसी अनुभवी व्यक्ति से मार्गदर्शन प्राप्त करें। सोशल और व्यक्तिगत जीवन में भी थोड़ा संयम बरतें, ज्यादा बोलने से बचें और कम बोलकर ज्यादा सुनने की कोशिश करें। आर्थिक मामलों में ठोस निर्णय लेने के लिए बजट बनाकर चलें।
उपाय: शनि के प्रभाव को कम करने के लिए 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' का जाप करें और हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही, किसी भी प्रकार के वाद-विवाद से बचने की कोशिश करें।
वृश्चिक राशि
शनि की वक्र दृष्टि से वृश्चिक राशि के जातकों को मानसिक तनाव और पारिवारिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आपको अकेलापन महसूस हो सकता है और किसी करीबी दोस्त से दूर होने का दुख हो सकता है। वैवाहिक जीवन में भी मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं, इसलिए समझदारी से अपने रिश्तों को सुलझाएं। इस दौरान सेहत का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है क्योंकि शनि की दृष्टि से शारीरिक स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। आपको शांत और संयमित रहकर अपने कामों को प्राथमिकता देनी होगी।
उपाय: 'ॐ ह्लीं ह्लीं ह्लीं' का जप करें और शनि की शांति के लिए पीपल के वृक्ष के नीचे जल अर्पित करें। साथ ही, मानसिक शांति के लिए योग और ध्यान करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों को इस समय आलस्य से बचने की आवश्यकता है, क्योंकि शनि की दृष्टि से कामों में रुकावट आ सकती है। आपको अपनी ऊर्जा का सही उपयोग करना होगा ताकि काम में सफलता प्राप्त हो सके। विद्यार्थियों के लिए यह समय कठिन हो सकता है, क्योंकि उनकी एकाग्रता में कमी आ सकती है और पढ़ाई में विघ्न डाल सकता है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में भी मानसिक तनाव हो सकता है, इसलिए किसी भी कानूनी मामले में सतर्क रहें। अगर आप निवेश का सोच रहे हैं, तो अनुभवी व्यक्ति से सलाह लें, ताकि नुकसान से बच सकें।
उपाय: शनि को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' मंत्र का जाप करें और काले तिल दान करें। इसके अलावा, किसी भी प्रकार के निवेश से पहले सावधानी बरतें।
कैसे बचें इन परेशानियों से?
15 मई से शनि की सूर्य पर वक्र दृष्टि का असर कुछ राशियों पर पड़ेगा, लेकिन इससे बचने के उपाय हैं। सबसे पहले, मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें। अपने फैसले सोच-समझकर लें और किसी भी स्थिति में धैर्य बनाए रखें। इस समय अपने आत्मविश्वास को मजबूत रखना बेहद जरूरी है। आप नियमित रूप से पूजा और मंत्र जाप करके शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं, साथ ही अपने कार्यों में सही दिशा और समय का ध्यान रखें, ताकि किसी भी समस्या से बचा जा सके और जीवन में शांति बनी रहे।
शनि की सूर्य पर वक्र दृष्टि से वृषभ, तुला, वृश्चिक और मकर राशियों को कुछ मुश्किलें आ सकती हैं। लेकिन अगर आप सतर्क रहें और सही दिशा में काम करें, तो इन परेशानियों से बच सकते हैं। शनि के प्रभाव से बचने के लिए ध्यान, पूजा और सही निर्णयों की अहमियत समझें।