महाशिवरात्रि का पर्व इस वर्ष 26 फरवरी 2025 को कुम्भ महापर्व के अंतिम स्नान के साथ संपन्न होगा। धर्मशास्त्रों के अनुसार यह दिन शिव पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से शिवलिंग का अभिषेक और भजन-कीर्तन किया जाता है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि दिन में 9 बजकर 31 मिनट तक रहेगी, उसके बाद चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ होगा। महाशिवरात्रि की रात्रि पूजा का विशेष मुहूर्त रात 11:48 बजे से 12:38 बजे तक रहेगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की पूजा करने से जन्मपत्री में विद्यमान कालसर्प दोष और राहु-केतु की महादशा से उत्पन्न कष्टों का नाश होता है। धर्मग्रंथों में अलग-अलग इच्छाओं की पूर्ति के लिए विभिन्न प्रकार के शिवलिंग पूजन का महत्व बताया गया है। हीरे से बने शिवलिंग से आय में वृद्धि, मोती से बने शिवलिंग से रोगों का नाश, स्फटिक के शिवलिंग से मनोरथ सिद्धि, और चांदी के शिवलिंग की पूजा से कर्मक्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त होती है। श्रद्धालु इस अवसर पर मंदिरों में जलाभिषेक और घरों में रुद्राभिषेक करते हुए शिव तांडव स्तोत्र का पाठ कर पुण्य लाभ अर्जित करते हैं।
अलग-अलग धातु के शिवलिंग कैसे करते हैं मनोकामना पूर्ति?
महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी के शुभ अवसर पर शिवलिंग की पूजा करने से व्यक्ति उत्तम स्वास्थ्य और रोगमुक्त जीवन प्राप्त करता है। धार्मिक ग्रंथों में अलग-अलग सामग्री से बने शिवलिंगों की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। हर शिवलिंग का अलग फल देने का उल्लेख है।
* हीरे का शिवलिंग - आयु वृद्धि
* मोती का शिवलिंग - रोग नाश
* वैडूर्य (कैट्स आई) का शिवलिंग - शत्रु नाश
* पद्मराग (रूबी) का शिवलिंग - लक्ष्मी प्राप्ति
* पोखराज (टोपाज) का शिवलिंग - सुख में वृद्धि
* इंद्रनील (नीलम) का शिवलिंग - यश प्राप्ति
* मरकत (एमराल्ड) का शिवलिंग - पुष्टि प्राप्ति
* स्फटिक का शिवलिंग - मनोरथ सिद्धि
* चांदी का शिवलिंग - राज्य अर्थात कर्मक्षेत्र में वृद्धि
* सुवर्ण (सोना) का शिवलिंग - सत्य लोक का सुख
* तांबे का शिवलिंग - पुष्टि और आयु वृद्धि
* पीतल का शिवलिंग - तुष्टि प्राप्ति
* कांसे का शिवलिंग - कीर्ति प्राप्ति
* लोहे का शिवलिंग - शत्रु नाश
* सीसे का शिवलिंग - आयु वृद्धि
1. विशेष सामग्री से बने शिवलिंग का महत्व
* बांस के अंकुर से बने शिवलिंग - वंशवृद्धि
* गंधमय शिवलिंग - सौभाग्य की प्राप्ति
* हाथीदांत का शिवलिंग - सेनापत्य की प्राप्ति
* धान एवं अन्न से बने शिवलिंग - रोग नाश और पुष्टि
* उड़द के आटे का शिवलिंग - स्त्री प्राप्ति
* मक्खन का शिवलिंग - सुख की प्राप्ति
* गोबर का शिवलिंग - रोग नाश
* गुड़ का शिवलिंग - अनाज की प्राप्ति