Makar Sankranti 2025: अपनों तक पहुंचाएं शुभकामनाओं का तोहफा, टॉप विशेज, शायरी और तस्वीरों के साथ मनाएं त्योहार की खुशी

Makar Sankranti 2025: अपनों तक पहुंचाएं शुभकामनाओं का तोहफा, टॉप विशेज, शायरी और तस्वीरों के साथ मनाएं त्योहार की खुशी
Last Updated: 13 घंटा पहले

Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति का त्योहार हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख पर्वों में से एक है। यह पर्व हर साल 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है। यह त्योहार सर्दियों के अंत और गर्मियों की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन लोग पतंगबाजी करते हैं, तिल-गुड़ के लड्डू खाते हैं और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करते हैं।

त्योहार की शुरुआत और महत्व

मकर संक्रांति नई ऊर्जा, नई उम्मीद और नई शुरुआत का त्योहार है। यह दिन सिर्फ एक खगोलीय घटना नहीं है, बल्कि जीवन में खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक भी है। इस पर्व पर तिल और गुड़ का खास महत्व होता है। तिल सर्दी से बचाव का प्रतीक है, जबकि गुड़ जीवन में मिठास लाने का।

पतंगबाजी का रंगीन नजारा

मकर संक्रांति पर आसमान में रंग-बिरंगी पतंगों का मेला लगता है। सुबह से लेकर शाम तक लोग छतों पर पतंग उड़ाने में व्यस्त रहते हैं। "काट दिया", "बाज़ी मार ली" जैसी आवाजें गूंजती हैं। पतंगबाजी न केवल बच्चों बल्कि बड़ों को भी आनंदित करती हैं।

विशेष पकवान और तिल-गुड़ का महत्व

मकर संक्रांति पर विशेष पकवान जैसे तिल-गुड़ के लड्डू, गजक, दही-चूड़ा और खिचड़ी बनाए जाते हैं। तिल और गुड़ की मिठास जीवन में रिश्तों को मजबूत करने का प्रतीक मानी जाती हैं।

शुभकामनाओं से बांटें खुशियां

मकर संक्रांति सिर्फ अपनों के साथ मनाने का नहीं, बल्कि शुभकामनाओं के जरिए दिलों को जोड़ने का भी त्योहार है। यहां पेश हैं कुछ खूबसूरत शुभकामना संदेश जो आप अपने प्रियजनों को भेज सकते हैं।

"तिल गुड़ का मीठा त्योहार, पतंगों की बहे बयार।
सुख-शांति और समृद्धि लाए, मकर संक्रांति हर बार।"
"आसमान में पतंगों का रंग, जीवन में हो खुशियों की तरंग।
सूर्य देवता का आशीर्वाद पाएं, मकर संक्रांति को हर्षोल्लास से मनाएं।"
"तिल गुड़ की मिठास, पतंगों का प्रकाश।
जीवन में आए नई शुरुआत, मकर संक्रांति पर शुभकामनाओं की बारात।"

संक्रांति की परंपराएं और रीति-रिवाज

स्नान और दान: इस दिन गंगा में स्नान करने और जरूरतमंदों को तिल, गुड़, कपड़े और अन्न दान करने की परंपरा हैं।
खिचड़ी पर्व: उत्तर भारत में इस दिन खिचड़ी बनाने का विशेष प्रचलन हैं।
बैलों का सम्मान: कुछ जगहों पर बैलों को सजाया जाता है और उनकी पूजा की जाती हैं।

मकर संक्रांति की कहानी

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मकर संक्रांति भगवान सूर्य और उनके पुत्र शनि के बीच संबंध सुधार का दिन है। यह दिन इस बात का प्रतीक है कि जीवन में सभी रिश्ते महत्वपूर्ण हैं और उन्हें संभालना चाहिए।
शायरी के साथ बढ़ाएं त्योहार की रौनक
"तिल-तिल बढ़ें खुशियां, गुड़ से मिठास आए।
मकर संक्रांति का पर्व, जीवन में सुख-शांति लाए।"
"दिल से दिल का बंधन जोड़ो, रिश्तों में भरोसा भरो।
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं, हर दिल को जोड़े।"

त्योहार का संदेश

मकर संक्रांति केवल एक पर्व नहीं है, बल्कि यह त्योहार नई ऊर्जा और उम्मीद का संदेश देता है। यह हमें सिखाता है कि जीवन में हर दिन नई शुरुआत का मौका हैं।

इस मकर संक्रांति पर आप भी तिल-गुड़ की मिठास से अपने रिश्तों को मजबूत बनाएं, पतंग उड़ाकर जीवन को नई ऊंचाई पर ले जाएं, और अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं भेजकर इस त्योहार को यादगार बनाएं।

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