रमजान इस्लाम धर्म का सबसे पवित्र महीना है, जिसमें रोजे रखे जाते हैं और इबादत की जाती है। इस साल 1 मार्च की शाम चांद दिखने के साथ ही इसका आगाज हुआ। सूर्योदय से पहले सहरी और सूर्यास्त के बाद इफ्तार किया जाता है। रमजान में की गई इबादत और नेकियों का सवाब कई गुना बढ़ जाता है।
रमजान मुबारक संदेश
1. रमजान का यह पाक महीना,
आपके जीवन में खुशियां और बरकत लाए।
हर दुआ कबूल हो आपकी,
खुशियों से भरी रहे आपकी दुनिया।
रमजान मुबारक
2. ऐ चांद, उनको मेरा पैगाम देना,
खुशी का दिन और हंसी की हर शाम देना।
जब वो देखें बाहर आकर,
तो उनको मेरी तरफ से रमजान की मुबारकबाद देना।
3. रमजान में तमन्नाएं आपकी पूरी हो जाएं,
आपका मुकद्दर हो इतना रोशन कि,
"आमीन" कहने से सारी दुआएं कबूल हो जाएं।
4. रमजान का महीना लाए बरकतें,
हर रोजा हो पाक और दुआएं कुबूल हों।
खुदा का करम बना रहे सदा,
आपको और आपके परिवार को रमजान मुबारक
5. जिक्र से दिल को आबाद रखना,
गुनाहों से खुद को पाक रखना।
बस इतनी गुजारिश है हमारी,
रमजान के महीने में हमें भी
अपनी दुआओं में याद रखना।
6. मुबारक हो यह रमजान महीना,
रब की इबादत का महीना।
मोहब्बत उस माबूद की,
अहमियत उस खुदा इल्म की।
7. ऐ माह-ए-रमजान, थम ज़रा,
अब भी हैं कुछ अहद अधूरे,
अल्लाह की रहमत का दर खुला,
पर गुनाहों के साए हैं घूरे।
8. ख्वाब अभी तक कागज़ पर हैं,
दुआओं में रंग भरने दो,
रब को मनाने की चाह में,
सजदे में अश्क बहने दो।
9. कुछ यूं पाक हो रूह का नाता,
जैसे सजदा और इबादत का रिश्ता,
जैसे तक़रीब-ए-ईद की रोशनी,
और माह-ए-रमजान का फरिश्ता।
10. खुशियां नसीब हों, जन्नत नसीब हो,
तू चाहे जिसे, वो तेरे करीब हो।
कुछ इस तरह हो करम अल्लाह का,
मक्का और मदीना की जियारत नसीब हो।
11. चांद से रोशन हो रमजान तुम्हारा,
इबादत से भर जाए रोजा तुम्हारा।
हर नमाज हो कबूल तुम्हारी,
बस यही दुआ है खुदा से हमारी।
आपको और आपके परिवार को रमजान की मुबारकबाद!