हर वर्ष 4 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय एचपीवी जागरूकता दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस) और इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। यह वायरस न केवल गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का प्रमुख कारण है, बल्कि सिर-गर्दन, गुदा और अन्य जननांग कैंसरों से भी जुड़ा हुआ है। इसकी रोकथाम हेतु समय पर टीकाकरण और नियमित स्क्रीनिंग अत्यंत आवश्यक हैं।
एचपीवी: नजरअंदाज न करें, यह एक गंभीर खतरा है
एचपीवी संक्रमण महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर का प्रमुख कारण है। 2020 में, वैश्विक स्तर पर प्रति 100,000 महिलाओं में से 13.3 इस कैंसर से प्रभावित हुईं। यह वायरस योनि, गुदा, लिंग और सिर-गर्दन कैंसर सहित कई अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है।
टीकाकरण: एचपीवी से बचाव का सबसे मजबूत कवच
एचपीवी संक्रमण की रोकथाम हेतु सबसे प्रभावी उपाय टीकाकरण है। हालांकि, यूरोप और इटली में टीकाकरण कवरेज अभी भी 95% के लक्ष्य से पीछे है।
कोविड-19 महामारी के प्रभाव के कारण टीकाकरण और कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम बाधित हुए।
सार्डिनिया में एचपीवी टीकाकरण: सुरक्षा और बचाव की दिशा में कदम
सार्डिनिया में 2008 से 11 वर्ष की लड़कियों को एचपीवी का निःशुल्क टीका उपलब्ध कराया जा रहा है। हाल के वर्षों में यह सुविधा लड़कों और अन्य आयु समूहों तक भी विस्तारित की गई है। अब 2020-2025 की क्षेत्रीय टीकाकरण योजना के तहत, टीकाकरण को प्रोत्साहित करने एवं कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रमों को सुदृढ़ करने हेतु अनेक उपाय अपनाए जा रहे हैं।
एचपीवी टीकाकरण: हर कदम सुरक्षा की ओर
• सक्रिय जागरूकता अभियान – स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा टीकाकरण हेतु सक्रिय आमंत्रण व प्रचार।
• टीकाकरण केंद्रों का विस्तार – टीकाकरण केंद्रों की संख्या में वृद्धि।
• मीडिया और डिजिटल माध्यमों का उपयोग – टीवी, प्रिंट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाना।
• विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम – छात्रों और शिक्षकों को एचपीवी एवं टीकाकरण के महत्व की जानकारी देना।
• माता-पिता को सटीक जानकारी प्रदान करना – किशोरों के टीकाकरण में माता-पिता की जागरूकता बढ़ाने हेतु विशेष प्रयास।
• स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण – डॉक्टर्स, नर्सों एवं अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को एचपीवी संबंधी जानकारी प्रदान करना।
टीकाकरण में आ रही चुनौतियाँ
• कोविड-19 महामारी के कारण बाधाएँ।
• "नो वैक्सीन" आंदोलन एवं गलत जानकारी का प्रसार।
• टीकाकरण केंद्रों की सीमित उपलब्धता।
• माता-पिता की झिझक एवं भ्रांतियाँ।
• एचपीवी टीकाकरण की अनिवार्यता न होना।
समाधान की दिशा में प्रयास
VaccinarSinSardegna.org जैसे संगठन जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से स्थिति में सुधार लाने हेतु कार्य कर रहे हैं। अन्य महत्वपूर्ण प्रयासों में शामिल हैं:
• विशेष टीकाकरण शिविरों का आयोजन।
• टीकाकरण केंद्रों के समय एवं स्थान में लचीलापन।
• स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों एवं सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम।
अंतर्राष्ट्रीय एचपीवी जागरूकता दिवस 2025 एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे यह संदेश दिया जा सकता है कि एचपीवी संक्रमण एवं इससे जुड़े कैंसर की रोकथाम संभव है, बशर्ते सही जानकारी एवं टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है – माता-पिता, शिक्षक, स्वास्थ्यकर्मी एवं समाज के अन्य सदस्य मिलकर इस प्रयास को सफल बना सकते हैं।