प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करना हर इंसान की जिम्मेदारी है। आज जब प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई और जनसंख्या वृद्धि जैसी गंभीर समस्याएं हमारी धरती को प्रभावित कर रही हैं, तो हमें जागरूक होकर इनके खिलाफ कदम उठाना बहुत जरूरी हो गया है। इन्हीं कारणों से संयुक्त राष्ट्र संघ ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की, ताकि पूरी दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता के प्रति जागरूक किया जा सके।
विश्व पर्यावरण दिवस क्या है?
विश्व पर्यावरण दिवस का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संबंधी समस्याओं के प्रति शिक्षित करना और उन्हें अपने जीवनशैली में ऐसे बदलाव लाने के लिए प्रेरित करना है, जिससे धरती का संरक्षण हो सके। यह दिन हर साल अलग-अलग थीम के साथ मनाया जाता है, जो कि विश्व के विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों पर फोकस करती है।
इस दिन सभी देशों में पर्यावरण से जुड़े कार्यक्रम, सेमिनार, क्लीन-अप ड्राइव, पेड़ लगाने के अभियान और अन्य कई गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। लोग एकजुट होकर अपने पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेते हैं और दूसरों को भी इस दिशा में प्रोत्साहित करते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1972 में स्टॉकहोम सम्मेलन के दौरान पर्यावरण संरक्षण को लेकर पहली बार जोर दिया। इसके दो साल बाद, 1974 में पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। तब से यह दिवस हर साल 5 जून को विश्व के लगभग 143 देशों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
हर साल एक मेजबान देश चुना जाता है, जो उस वर्ष के पर्यावरण दिवस के मुख्य कार्यक्रमों की मेजबानी करता है। जैसे कि भारत ने 2011 में, ब्राज़ील ने 2012 में, चीन ने 2019 में और कोलंबिया ने 2020 में इस विशेष अवसर की मेजबानी की। हर वर्ष की थीम भी उस समय के प्रमुख पर्यावरण मुद्दों को दर्शाती है, जैसे 'प्लास्टिक प्रदूषण से लड़ो,' 'प्रकृति के लिए समय,' और 'हमारी एक पृथ्वी, हमारी एक भविष्य।'
विश्व पर्यावरण दिवस क्यों जरूरी है?
आज का समय पर्यावरण के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है। हमारे द्वारा की गई कई गतिविधियां, जैसे:
- वनों की कटाई
- वायु और जल प्रदूषण
- जलवायु परिवर्तन
- अधिक जनसंख्या
धरती के संसाधनों पर भारी दबाव डाल रही हैं। अगर हमने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक बड़ा संकट बन सकता है।
विश्व पर्यावरण दिवस हमें याद दिलाता है कि हमें अपनी आदतों में बदलाव लाकर, ऊर्जा और संसाधनों का संरक्षण कर, और प्रदूषण कम करके पर्यावरण को सुरक्षित रखना है। यह एक ऐसा दिन है जब हम सोचते हैं कि कैसे हम अपनी पृथ्वी को बेहतर बना सकते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस कैसे मनाएं?
1. स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लें
अपने नजदीकी किसी पर्यावरण कार्यक्रम में शामिल हों। यह पेड़ लगाने का अभियान हो सकता है, सफाई अभियान हो या कोई जागरूकता रैली। साथ ही, अपने परिवार और दोस्तों को भी साथ लेकर आएं ताकि वे भी इस दिन की महत्ता समझ सकें।
2.स्वयंसेवा करें
यदि आप प्रेरित हों तो पर्यावरण संरक्षण के लिए स्वयंसेवा करें। स्थानीय क्लीन-अप ड्राइव में भाग लें, रीसायक्लिंग केंद्र में मदद करें या गंदगी उठाने में योगदान दें।
3. ऑनलाइन कंटेंट देखें और साझा करें
आज इंटरनेट पर पर्यावरण से जुड़ी बहुत सी जानकारी उपलब्ध है। आप 'Earth Anthem' जैसे कविताएं पढ़ सकते हैं, जो विश्व पर्यावरण दिवस की भावना को बयां करती हैं। इन्हें सोशल मीडिया पर साझा कर जागरूकता बढ़ाएं।
4. अपनी खुद की रचनात्मकता दिखाएं
क्या आप कविता लिखना पसंद करते हैं? या चित्रकारी में रुचि रखते हैं? विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी अपनी रचना बनाएं और उसे लोगों के साथ साझा करें। यह एक दिल से जुड़ा तरीका है लोगों को पर्यावरण की तरफ आकर्षित करने का।
5. छोटी-छोटी आदतों में बदलाव करें
- LED बल्ब का इस्तेमाल करें
- प्लास्टिक का उपयोग कम करें
- कूड़ा-करकट सही जगह फेंके
- पानी और बिजली बचाएं
- अधिक से अधिक पेड़ लगाएं
ऐसे कदम हमारे पर्यावरण को स्वस्थ रखने में बहुत मददगार होते हैं।
पर्यावरण संरक्षण के लिए आपकी भूमिका
पर्यावरण की रक्षा करना हम सभी की जिम्मेदारी है। अगर हम अपने घर में बिजली और पानी बचाएं, कूड़ा-कचरा सही जगह डालें, प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करें और अपने आस-पास साफ-सफाई रखें, तो इससे हमारे पर्यावरण को बहुत फायदा होगा। छोटे-छोटे ये कदम मिलकर बड़ी बदलाओं की शुरुआत करते हैं। विश्व पर्यावरण दिवस हमें यही सिखाता है कि अगर हम सब मिलकर प्रयास करें तो हम अपनी धरती को सुरक्षित और स्वच्छ रख सकते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस हमें याद दिलाता है कि हमारी पृथ्वी की सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। छोटे-छोटे प्रयास मिलकर बड़े बदलाव लाते हैं, इसलिए हमें अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए हमेशा सजग और सक्रिय रहना चाहिए।